Translate

Apr 12, 2016

Cancer


विश्व में लगभग प्रतिवर्ष 90 हजार लोगो को कैन्सर की बीमारी से पीड़ित होना पड़ता है। विश्‍व में हर वर्ष अनुमानित 40 लाख व्‍यक्तियों की कैंसर के कारण मृत्‍यु हो जाती है। हालाकिं केंसर का इलाज अभी पूरी तरह संभव नहीं है परतुं समय से नियमित व्यायाम खानपान और दवाओं के सेवन से कैंसर से लड़ा जासकता है। कैंसर 60 प्रतिशत धूम्रपान व तम्बाकू के सेवन होता है।
           विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अनुसार विकासशील देशों में सन् 2015 तक कैंसर cancer के कारण होने वाली मृत्‍युओं death nlpकी संख्‍या 25 लाख से बढकर 65 लाख होने की संम्‍भावना है।
शरीर में किसी भी अंग में घाव या नासूर, जो न भरे।
लम्‍बे समय से शरीर के किसी भी अंग में दर्दरहित गॉंठ या सूजन।
स्‍तनों में गॉंठ होना या रिसाव होना मल, मूत्र, उल्‍टी और थूंक में खून आना।
आवाज में बदलाव, निगलने में दिक्‍कत, मल-मूत्र की सामान्‍य आदत में परिवर्तन, लम्‍बे समय तक लगातार खॉंसी।
पहले से बनी गॉंठ, मस्‍सों व तिल का अचानक तेजी से बढना और रंग में परिवर्तन या पुरानी गॉंठ के आस-पास नयी गांठो का उभरना।
बिना कारण वजन घटना weight lose , कमजोरी आना या खून की कमी anemia 
औरतों में- स्‍तन में गॉंठ, योनी से अस्‍वाभाविक खून बहना, दो माहवारियों के बीच व यौन सम्‍बन्‍धों के तुरन्‍त बाद तथा 40-45 वर्ष की उर्म में महावारी बन्‍द हो जाने के बाद खून बहना।

धूम्रपान-सिगरेट या बीडी,  के सेवन से मुंह,  गले,  फेंफडे, पेट और मूत्राशय का कैंसर होता है।
तम्‍बाकू, पान, सुपारी, पान मसालों, एवं गुटकों के सेवन से मुंह,  जीभ खाने की नली,  पेट,  गले,  गुर्दे और अग्‍नाशय (पेनक्रियाज) का कैन्‍सर होता है।
शराब के सेवन से श्‍वांस नली, भोजन नली, और तालु में कैंसर होता है।
धीमी आचॅं व धूंए मे पका भोजन (स्‍मोक्‍ड) और अधिक नमक लगा कर संरक्षित भोजन, तले हुए भोजन और कम प्राकृतिक रेशों वाला भोजन(रिफाइन्‍ड) सेवन करने से बडी आंतो का कैन्‍सर होता है।
कुछ रसायन और दवाईयों से पेट, यकृत(लीवर) मूत्राशय के कैंसर होता है।
लगातार और बार-बार घाव पैदा करने वाली परिस्थितियों से त्‍वचा,  जीभ,  होंठ,  गुर्दे,  पित्‍ताशय,  मुत्राशय का कैन्‍सर होता है।
कम उम्र में यौन सम्‍बन्‍ध और अनेक पुरूषों से यौन सम्‍बन्‍ध द्वारा बच्‍चेदानी के मुंह का कैंसर होता है।

कुछ आम तौर पर पाये जाने वाले कैन्‍सरः-
पुरूषः- मूंह, गला, फेंफडे, भोजन नली, पेट और पुरूष ग्रन्‍थी (प्रोस्‍टेट)
महिलाः- बच्‍चेदानी का मुंह, स्‍तन, मुंह, गला, ओवरी

कैंसर से बचाव के उपाय:- Remedies for Cancer
धूम्रपान, तम्‍बाकु, सुपारी, चना, पान, मसाला, गुटका, शराब आदि का सेवन न करें।
विटामिन युक्‍त और रेशे वाला ( हरी सब्‍जी, फल, अनाज, दालें) पौष्टिक भोजन खायें।
कीटनाशक एवं खाद्य संरक्षण रसायणों से युक्‍त भोजन धोकर खायें।
अधिक तलें, भुने, बार-बार गर्म किये तेल में बने और अधिक नमक में सरंक्षित भोजन न खायें।
अपना वजन सामान्‍य रखें।
नियमित व्‍यायाम करें नियमित जीवन बितायें।
साफ-सुथरे, प्रदूषण रहित वातावरण की रचना करने में योगदान दें।
प्रारम्भिक अवस्‍था में कैंसर के निदान के लिए निम्‍नलिखित बातों का विशेष ध्‍यान दें:-
मूंह में सफेद दाग या बार-बार होने वाला घाव।
शरीर में किसी भी अंग या हिस्‍से में गांठ होने पर तुरन्‍त जांच करवायें।
महिलायें माहवारी के बाद हर महीने स्‍तनों की जॉंच स्‍वयं करे स्‍तनों की जॉंच स्‍वयं करने का तरीका चिकित्‍सक से सीखें।
दो माहवारी के बीच या माहवारी बन्‍द होने के बाद रक्‍त स्‍त्राव होना खतरे  की निशानी है पैप टैस्‍ट करवायें।
शरीर में या स्‍वास्‍थ्‍य में किसी भी असामान्‍य परिवर्तन को अधिक समय तक न पनपने दें।
नियमित रूप से जॉंच कराते रहें और अपने चिकित्‍सक से तुरन्‍त सम्‍पर्क करें।
याद रहे- प्रारम्भिक अवस्‍था में निदान होने पर ही सम्‍पूर्ण उपचार सम्‍भव है।

No comments:

Post a Comment

आप हमें आपके विचार लिख सकते हैं | आपके दिए गए सुझाव हमारे लिए आवश्यक हैं | Google news पर Update पाने के लिए हमें follow करें - Our Nation

Recently upload

Bhimashankar Jyotirlinga : भीमाशंकर क्यों प्रसिद्ध है ? भीमाशंकर मंदिर का निर्माण किसने करवाया ?

अनन्त कोटि के स्वामी भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में ( 12 Jyotirlinga ) , पूरे ब्रह्मांड की शक्ति का वास माना जाता है। पुराणों में शिव की...