Translate

Showing posts with label गठिया का इलाज. Show all posts
Showing posts with label गठिया का इलाज. Show all posts

Apr 28, 2016

Gathiya


प्रिय पाठक आज हम आपको घठिया रोग के बारे में बतायेंगें । घठिया रोग अत्ययन्त पीड़ादायक रोग है। इससे पीड़ित व्यक्ति के को दर्द की शिकायत रहती है। कई बार मनुष्य के शरीर में सूजन की शिकायत रहती है। पीड़ित व्यक्ति के शरीर में जोड़ों में दर्द होता है।

घठिया रोग के कारण

1. शरीर में यूरिक एसिड की मात्र बड़ जाती है। यूरिक एसिड के कण शरीर के जोड़ो में एकत्रित । यूरिक एसिड के एकत्रित होने से जोड़ो में अत्यंत पीड़ा सूजन रहती है।

2. शरीर में एस्ट्रोजिन हार्मोन्स की कमी आना

3. आंतों में पैदा होने वाले रिजाक्स किटाणु  शरीर के जोडों  को भी प्रभावित कर सकते हैं।
   
गठिया रोग का इलाज

1. लहसुन,गिलोय,देवदारू,सौंठ,अरंड की जड ये पांचों पदार्थ में प्रत्येक को 40- 40 ग्राम लें। और महीन कूटकर एक शीशी में भरकर रखलें। शुबह शाम दोनों टाइम 2 चम्मच की मात्रा में एक गिलास पानी में डालकर ऊबालें ,जब आधा रह जाए तो उतारकर छान लें और ठंडा होने पर पीलें। अवश्य लाभ होगा।

2. लहसुन 40 ग्राम लें और सैंधा नमक,जीरा,हींग,पीपल,काली मिर्च व सोंठ 2- 2 ग्राम सब मिलाकर कूट लें और मिश्रण को अरंड के तेल में भून कर शीशी में भर लें।
अधचम्मच सुबह शाम खाएँ लाभ होगा।

3. बथुआ के रस का सेवन 50 मिलि प्रतिदिन खाली पेट पीने से गठिया रोग लाभ होगा
4. अरण्ड के तेल की मालिस करने से । लाभ होता है।



 5. जेतुन के तैल से मालिश करने से भी गठिया में बहुत लाभ मिलता है। 

6. सौंठ का एक चम्मच पावडर का नित्य सेवन गठिया में बहुत लाभप्रद है।

7. दो बडे चम्मच शहद और एक छोटा चम्मच दालचीनी का पावडर सुबह और शाम एक गिलास मामूली गर्म जल से लें।

8. एक चम्मच मैथी बीज रात भर साफ़ पानी में गलने दें। सुबह पानी निकाल दें और मैथी के बीज अच्छी तरह चबाकर खाएं।मैथी बीज की गर्म तासीर मानी गयी है। यह गुण जोड़ों के दर्द दूर करने में मदद करता है।

Recently upload

Bhimashankar Jyotirlinga : भीमाशंकर क्यों प्रसिद्ध है ? भीमाशंकर मंदिर का निर्माण किसने करवाया ?

अनन्त कोटि के स्वामी भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में ( 12 Jyotirlinga ) , पूरे ब्रह्मांड की शक्ति का वास माना जाता है। पुराणों में शिव की...