पाकिस्तान जहां आज भी मन्दिरों के अस्तित्व मौजूद है। ( Pakistan Historical Hindu temple ) इस Post में पाकिस्तान में मौजूदा मंदिरों के साथ ही आजादी के समय उपस्थित मन्दिरों के बारे में बताने वाले हैं। यह Post बहुत ही दिलचस्प होने वाली है|
भारत- पाक विभाजन के समय पाकिस्तान की धरती के हिस्से में एक बड़ी संख्या में मंदिर मौजूद थे। लेकिन वर्तमान में मौजूद मन्दिरों की संख्या के आंकड़े, चौंकाने वाले हैं। यहां मंदिरो को तोड़कर उनके अस्तित्व को मिटाने की कोशिश की गई।
Hindu temple Pakistan |
एक रिपोर्ट के अनुशार, विभाजन के समय पाकिस्तान के हिस्से में तकरीबन 428 मंदिर आए थे। पाकिस्तान में, शुरू से ही मन्दिरों के तोड़फोड़ की घटना सामने आती रहीं हैं। 90 के दशक में 406 मन्दिरों को तोड़कर उनकी जगह मस्जिद, रेस्टोरेंट, सरकारी स्कूल या सरकारी कार्यालय या आवास बना दिए गए। पाकिस्तान में हिंदू मन्दिरों के तोड़ने के बाद, वर्तमान समय में, पाकिस्तान में करीब 22 हिंदू मंदिर ही अस्तित्व में बचे हुए हैं। पाकिस्तान में बचे 22 मन्दिरों में से - सिंध प्रांत में 11 , पंजाब में चार , पख्तुनख्वा में चार और बलूचिस्तान में तीन मंदिर बचे हैं।
पाकिस्तान 2020 में मिले थे, विष्णु मंदिर के अवशेष
एक प्रतिष्ठित न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक , पुरातत्व विभाग की एक खोज के दौरान खुदाई करते समय पाकिस्तान के पश्चिम में 1300 वर्ष पुराने हिंदु मंदिर के अवशेष मिले थे। पुरातत्व की टीम ने अपनी रिपोर्ट में उस समय मिले अवशेष को विष्णु मंदिर के होने का दावा किया था। इस मंदिर के अवशेष खोज में इटली की पुरात्व टीम शामिल थी।
पाकिस्तान में बचे 22 मंदिरों जिसमें से, कई मन्दिरों में आज भी होती है पूजा ( HINDU TEMPLE PAKISTAN )
पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों को मिटाने के लिए कई तरह की घटना सामने आती रहीं है। 90 के दशक के बाद 406 मंदिरो का अस्तित्व खत्म कर दिया गया। इस समय पाकिस्तान में हिंदू आस्था से जुड़े 22 मन्दिर बचे हुए हैं। इन 22 मंदिरो में से कई मंदिर खंडहर, तो कई मंदिरो में आज भी पूजा अर्चना की जाती है।
पाकिस्तान में मौजुद मंदिरो का इतिहास बहुत पुराना है। हिंदु आस्था से जुड़े पाकिस्तान में उपस्थित मंदिरों के प्रमाण, पुराणों में मौजूद हैं। पाकिस्तान के हिंदू मंदिरों में सबसे पहले हिंगलाज माता मंदिर आता है , उसके बाद रामदेवपीर मंदिर, बाबा बालाजी मंदिर, कृष्ण मंदिर लाहौर, उमरकोट शिव मंदिर, चूरियो जबल दुर्गामाता मन्दिर, चकवाल में कटासराज शिव मंदिर, कराची में पंचमुखी हनुमान मन्दिर, स्वामीनारायण मन्दिर करांची, सियालकोट का जगन्नाथ मंदिर , पेशावर का गोरखनाथ मंदिर शामिल हैं।
पाकिस्तान हिंगलाज माता मंदिर ( HINGLAJ TEMPLE PAKISTAN )
पाकिस्तान में हिंदुओ के प्रमुख मंदिरों में से हिंगलाज माता मंदिर, सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। 51 शक्तीपीठों में शामिल, हिंगलाज मन्दिर पर प्रतिवर्ष 2.5लाख से ज्यादा तीर्थयात्री भाग लेते हैं। हिंगलाज माता मंदिर पर पाकिस्तान की सबसे बड़ी हिंदू तीर्थ यात्रा होती है।
रामदेव पीर मंदिर ( RAM DEV PIR TEMPLE PAKISTAN )
हिंगलाज माता मंदिर के बाद पाकिस्तान का सबसे प्रसिद्द रामदेव पीर मन्दिर है। इस मंदिर का निर्माण, पाकिस्तान सिंध प्रांत के टंडो अल्लाहार में 1859 में हुआ था। इस रामदेव पीर मन्दिर पर तीन दिन का भव्य और पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा मेला लगता है।
कटासराज शिव मंदिर चकवाल ( KATAS RAJ TEMPLE CHAKWAL PAKISTAN )
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में, नमक पर्वत श्रृंखला के बीच में कटासराज मन्दिर और कटाक्ष कुंड, पाकिस्तान में हिंदुओं का तीर्थ स्थल है। 5000 साल से मौजुद कटासराज मंदिर के साक्ष्य महाभारत काल से भी जुड़े हैं। कटासराज मन्दिर का इतिहास शिव और सती के वियोग का प्रतीक माना जाता है। कटाक्ष कुंड के बारे में कहा जाता है की, यहां मौजूद कटाक्ष कुंड भगवान शिव के आंशुओ से बना है।
पंचमूखी हनुमान मन्दिर कराची ( PANCHMUKHI HANUMAN TEMPLE KARANCHI )
पाकिस्तान के कराची के इस्लामकोट में एक मात्र इकलौता राम मंदिर है। जिसे पंचमुखी हनुमान मन्दिर भी कहा जाता है। इस्लामकोट के पंचमुखी हनुमान मन्दिर में राम और भक्त हनुमान के साक्ष्य 1500 साल पुराने माने जाते हैं।
नरसिंह मन्दिर पाकिस्तान ( NARSINGH TEMPLE PAPISTAN )
धार्मिक किदवंतियों के अनुसार भक्त प्रहलाद द्वारा निर्मित नरसिंह मंदिर , भगवान विष्णु को समर्पित है। पाकिस्तान के मुल्तान शहर में मौजुद मन्दिर, प्रह्लादपुरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है, नरसिंह भगवान ने, यहीं हिरण्यकश्यप का वध किया था।
सियालकोट का जगन्नाथ मंदिर या शवला तेज सिंह मन्दिर
हिंदू कालीन सभ्यता के प्रमाण देता सियालकोट का जगन्नाथ मंदिर भव्य और पाकिस्तानी हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। विभाजन के बाद इस मंदिर को दर्शन के लिए बंद कर दिया गया था। बाद में हिंदू पाकिस्तानी नेताओं के हस्तक्षेप के बाद, पाकिस्तान सरकार के द्वारा जगन्नाथ मंदिर को खोल दिया गया। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित जगन्नाथ मंदिर में 2007 में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति स्थापित की गई।
shivala teja singh temple |
कराची का स्वामीनारायण मन्दिर
पाकिस्तान के कराची में स्थित श्री स्वामीनारायण मन्दिर भव्य और सुन्दर है। वर्तमान में इस मंदिर को पाकिस्तानी धर्मशाला के रुप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
लाहौर का कृष्ण मंदिर ( KRISHNA MANDIR LAHOUR )
विभाजन के बाद पाकिस्तान में कई संख्या में कृष्ण मंदिर मौजुद थे। वर्तमान में बचे कृष्ण मन्दिर में से एक मन्दिर कराची में है। कृष्ण जन्माष्टमी के दिन यहां हिंदू भक्तों के द्वारा पूजा अर्चना की जाती है। पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों की संख्या दिन प्रति दिन कम होती जा रही हैं। इमरान सरकार ने कई हिंदू मंदिरों के जीर्णोउद्वार के लिए कदम उठाए थे। लेकिन आज भी पाकिस्तानी हिंदू मंदिरों पर हमले किए जाते हैं।
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