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May 10, 2021

Covid 19 Vaccination article 21 : आर्टिकल 21 का वैक्सीनेशन से क्या सम्बन्ध ? सरकार को क्यों देना पड़ा जबाब

कोरोना वायरस महामारी ने देश ही नहीं समूचे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है | covid 19 वायरस अपनी तवाही का मातम फैला चुका है | वायरस के असर को कम करने और उससे निपटने के लिए सरकारों के द्वारा टीकाकरण जैसे अभियान चलाये जा रहे हैं | उसी तरह देश में covid महामारी से जीत हासिल करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर टीकाकरण अभियान चला रही हैं | कोरोना वायरस को लेकर दिन प्रतिदिन कोई न कोई नयी खबर प्रतिदिन सामने आती है | covid 19 vaccination को लेकर article 21 भी चर्चा में बना हुआ है | आज इस पोस्ट में हम आपको vaccination ने article 21  का क्या कनेक्शन है ? और सुप्रीमकोर्ट ने सरकार से क्या कहा ? के बारे में चर्चा करेगें |  सबसे पहले जान लेते हैं , कि आर्टिकल 21 का कोरोना vaccination से क्या कनेक्शन है?
Covid 19 vaccination 


कोरोना वैक्सीनेशन से आर्टिकल 21 का कनेक्शन 

केंद्र सरकार ने लोगों को दिए जानी वाली vaccination को लेकर पॉलिसी तैयार की थी | vaccination की पॉलिसी को लेकर सुप्रीमकोर्ट ने केंद्र सरकार को पॉलिसी पर पुनर्विचार के लिए कहा था | कोर्ट ने सरकार से कहा था , कि पहली नजर में ऐसा लगता है, इससे संबिधान के आर्टिकल 21 के तहत सार्वजानिक स्वास्थ्य के अधिकारों को क्षति पहुँचती है | कोर्ट ने सरकार से देश में अलग-अलग राज्यों में वैक्सीन की प्राइस को लेकर भी आपत्ति जताई है | साथ कोर्ट ने सरकार से vaccination के अलग कीमत को लेकर भी सवाल पूछा है |

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संविधान का आर्टिकल 21 लोगों को जीने का अधिकार देता है जिससे हर व्यक्ति आजादी से जी सके। इसमें कोई अन्य व्यक्ति या संस्था किसी व्यक्ति के इस अधिकार का उल्लंघन करने का प्रयास करता है, तो पीड़ित व्यक्ति को सीधे सुप्रीम कोर्ट तक जाने का अधिकार होता है। इस आर्टिकल के अन्तर्गत स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य की सावधानी का अधिकार वैसा ही होता है जैसे जीवन जीने का अधिकार। 

केंद्र सरकार ने क्या दिया जबाब ?

" नवभात टाइम्स " में छपी खबर के अनुशार केंद्र सरकार ने अपने वचाब में कोरोना पॉलिसी को लेकर सफाई दी | केंद्र सरकार ने सफाई में कोर्ट ने कहा है, कि कोरोना vaccination में न्यायपालिका के हस्तक्षेप की जरुरत नहीं है | सरकार ने कोर्ट ने आग्रह किया है , न्यायपालिका वैक्सीनेशन का काम कार्य पालिका पर छोड़ दे | केंद्र की तरफ से जबाब कहा गया है जो पॉलिसी बनाई गई वह एक्सपर्ट की सलाह के आधार पर है | केंद्र सरकार ने कहा है कि जो नीति बनाई गई है वो संविधान के अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 21 के जनादेश के अनुरूप ही है। काफी विचार विमर्श के बाद वैक्सीन की पॉलिसी तैयार की गई है। विश्वास कीजिए हम पर इस पर कोर्ट के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।

May 4, 2021

क्या 5G टेस्टिंग से फैल रहा है कोरोना ? जानिए WHO ने क्या कहा ?

देश में तेजी से फ़ैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच सोशल मीडिया पर वायरल संदेशो की भरमार हो चुकी है | व्हाट्सप्प , फेसबुक और twiter  जैसे प्लेटफार्म पर कोरोना वायरस और 5G टेस्टिंग के सम्बन्ध को लेकर कई तरह के सन्देश फॉरवर्ड किये जा रहे हैं | देश में फ़ैल रहे कोरोना संक्रमण को 5G Testing  का परिणाम बताया जा रहा है | बताया जा रहा है, 5G  टेस्टिंग से कोरोना का संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है, जो लोगों की जान ले रहे है | साथ की कई वायरल वीडियो में साँस में समस्या होना भी 5G testing का परिणाम बताया जा रहा है | इस पोस्ट में वायरल वीडियो की चर्चा के साथ-साथ उन सभी बिन्दुओ पर चर्चा करेगें | क्या कोरोना वायरस  संक्रमण और  5G टेस्टिंग के बीच कोई संबन्ध है ? 
5G mobile networks DO NOT spread COVID-19
5G Testing

क्या है वायरल वीडिओ में ? 

वायरल वीडियो के अनुशार देश में हो रही मोबाइल टावर की 5G Testing से घर में हर जगह करंट लगरहा है | गला सामान्य से कुछ ज्यादा सूख रहा है | और साथ ही कई तरह के मैसेज हैं | जिनमें कहा जा रहा है, ऐसा मेरे साथ ही क्यों हो रहा है ?
 सन्देश में  बताया जा रहा कि जो महामारी दूसरी बार आई है | जिसे सब कोरोना का नाम दे रहे हैं ये कोरोना नहीं 5G Tower Testing की वजह से है | टावर से निकलने वाला रेडिएशन हवा में मिलकर हवा को जहरीला बना रहा है | इस लिए साँस लेने में दिक्कत हो रही है | साथ ही  सरकार से आग्रह किया जा रहा है कि 5G टेस्टिंग बंद करवाये | 
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क्या 5G टेस्टिंग से फ़ैल रहा है कोरोना  ? जानिए WHO ने क्या कहा ? 

' हिंदुस्तान अखबार ' में छपी खबर के अनुशार WHO ने 26 मार्च रिपोर्ट में बताया है, कि कोरोना 5G Mobile रेडिएशन से नहीं फैलता | साथ ही दवा किया गया कि कोरोना वायरस रेडियो तरंगो से एक जगह से दूसरी जगह नहीं पहुँच सकता | रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस का संक्रमण उन देशों में भी जहाँ | 5G  नेटवर्क ही नहीं है |

May 1, 2021

Steam Therapy : क्या भाप लेने से हो सकता है, वायरस का असर कम ?

इनदिनों Covid19 वाइरस की दूरी लहर जानलेवा हो चुकी है। Covid-19  वायरस आपके फेंफड़े ( Lungs ) , नाक बंद और सांस लेने में परेशानी पैदा करता है। ऐसे में बन्द नाक और फेंफड़ो को खोलने के लिए क्या करें ? जानिए कुछ जरूरी टिप्स और Corona virus से लड़ने के लिए बढ़ाई अपनी शक्ति।


वायरस के इंफेक्शन के कारण सांस लेने में समस्या और नाक बंद है, क्या करें?

एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक पानी मे विक्स, संतरा या नींबू के छिलके डालकर 5 मिनट तक भाप लें।  दिन में दो बार 2 या 5 मिनट तक भाप लेने से वायरस का असर कम हो जाता है। इस तरह के प्रक्रिया करने से बंद नाक, और और सांस लेने में हो रही प्रॉब्लम से भी छुटकारा पाया जा सकता है।

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स्वसन तंत्र मजबूत करने के लिए क्या करें?

स्वसन तंत्र की मजबूती के लिए सबसे जरूरी है कि आप प्रतिदिन सुबह व्यायाम करें। जमीन पर पेट के भर लेटकर लंबी लंबी सांसे लें।  सुबह के समय नास्ता समय से करें । रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए समय से भोजन करें और मानसिक तनाव से मुक्त रहें। रात को सोते समय खाना खाने के बाद गिलोय घनवटी की दो गोलियां गर्म पानी के साथ लें। साथ ही कपूर, अजवाइन, लौंग को दिन में तीन बार सूंघे। हल्दी वाले दूध का सेवन करें। इन सभी  घरेलू नुस्खों से कोरोना वायरस के असर को कम किया जा सकता है। हमारी आपसे सलाह के डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इन प्रक्रियाओं पर अमल करें।

Apr 30, 2021

जानिए - क्या कपूर, अजवाइन या लौंग की पोटली सूंघने से बढ़ सकता है ऑक्सीजन लेवल

देश में कोरोना संक्रमण की रफ़्तार बेकाबू होती जा रही है | बढ़ते covid-19 का संक्रमण और मौतों के आंकड़ों का ग्राफ दिन व् दिन बढ़ोत्तरी की तरफ है | कोरोना संक्रमण की दूसरी  बेकाबू लहर ने देश में ऑक्सीजन की कमी ला दी है | इस समय हॉस्पिटल में covid 19 से ग्रसित मरीज को ऑक्सीजन तो छोडो ICU या ऑक्सीजन बेड मिलना मुश्किल हो गए हैं | चारो तरफ ऑक्सीजन की कमी को लेकर त्राहिमाम - त्राहिमाम है | 

    अब आप सोच रहे होंगे , हम आपको, यह क्यों बता रहे हैं ? हमारा उद्देश्य आपको डरना नहीं वल्कि आपको सुरक्षित करने का है | यह समय ऐसा है कोरोना महामारी का तेजी से फैलता संक्रमण रोकने का नाम नहीं ले रहा है  | आज देश के  हालत वह हैं, कि कोरोना के मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती करने के लिए जगह खाली नहीं है | कोरोना के बढ़ते मरीज और देश में ऑक्सीजन की कमी के बीच सोशल मीडिया पर व्यक्ति की ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए कई तरह के घरेलु नुस्खे वायरल हो रहे हैं | मनुष्य के शरीर में ऑक्सीजन लेवल के गिरते स्तर की मात्रा,  बढ़ाने के लिए कई तरह के घरेलु नुस्खे के वीडियो वायरल हो रहे हैं | वीडियो में कई तरह के दावा किये जा रहे है | इंटरनेट और चैट प्लेटफार्म पर, गिरते ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने वाले घरेलु नुस्खों को लगातार शेयर किया जा रहा है | 

    आज इस पोस्ट में उन वायरल वीडियो के बारे में चर्चा करेंगे जिनमें यह दावा किया जा रहा है, कि  गिरते ऑक्सीजन लेवल को सही करने के लिए क्या करें ? सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कपूर, अजवाइन या कपूर और लौंग की पोटली बार-बार सूंघने से शरीर में ऑक्सीजन लेवल की पूर्ति होती है |  तो क्या कपूर लौंग सूंघने से कोरोना वायरस मर जाता है ? 

क्या कपूर और अजवाइन सूंघने से ऑक्सीजन लेवल की पूर्ति हो सकती है ?

Covid 19 के साथ ही, देश में इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कई तरह के घरेलु नुस्खे के वीडियो और आर्टिकल वायरल हो रहे हैं | जहाँ दावा किया जा रहा है कि , अजवाइन , कपूर और नीलगिरी  का तेल एक पोटली मैं भरकर रखने और उसे बार-बार सूंघने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा की पूर्ति होती है| 
    फैक्ट चेक करने के बाद मालूम हुआ की इस तरह का नुस्खा लद्दाक में पर्यटकों को दिया जाता है | पहाड़ों पर ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से वहां पर्यटकों को साँस लेने में तकलीफ न हो इसके लिए उन्हें अजवाइन, कपूर, लौंग और नीलगिरि के तेल ( Ajwain, Camphor, Lavang, Eucalyptus Oil ) की कुछ बूंदो की पोटली दी जाती है | इस पोटली को बार-बार सूंघने से शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति बनी रहे | 
Ajwain, Camphor, Lavang, Eucalyptus Oil

क्या कपूर , अजवाइन और लौंग से बंद खुल सकती है ?

सर्दी या जुकाम में बंद नाक खोलने के लिए भी कपूर, लौंग वाला नुस्खा बताया जा रहा है | अजवायन, कपूर, लौंग और नीलगिरी का मिश्रण बंद नाक को खोलने में सहायक है। इस मिश्रण की पोटली को सूंघने से बंद नाक खुल जाते हैं। फेफड़ों की जकड़न कम होती है और ऑक्सीजन लेवल में भी सुधार होता है।

कपूर, लौंग और अजवाइन सूंघने नुकशान क्या हैं ? 

बता दें कि इस देसी नुस्खे का कोई भी वैज्ञानिक आधार नहीं है और इन चीजों का कोरोना वायरस के इलाज से भी कोई लेना-देना नहीं है| अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर के अनुशार कपूर का इस्तेमाल 11 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए | दरअसल, कपूर बंद नाक में हवा के रास्ते को साफ नहीं करता, बल्कि ठंड का एहसास करके लोगों को कुछ बेहतर महसूस कराता है | कपूर की ज्यादा मात्रा नुकसान देह भी हो सकती है | 

Note - लेखक इस तरह के नुस्खे का दावा नहीं करता है | फैक्ट चेक के बाद जो हमने देखा वह आपके साथ साझा किया है | 

Jan 17, 2021

क्या कोरोना वैक्सीन का कोई साइड इफ्फेक्ट भी है ? आपके प्रदेश में सबसे पहले किसको लगा पहला टीका ?

देश में  कोरोना टीकाकरण का काम शुरू हो गया | मकरसंक्रांति पर्व के दूसरे दिन यानि 16 जनबरी 2021 दिन शनिबार से पूरे देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का काम शुरू हो गया है | देश कोरोना टीकाकरण को  चरणवद्ध तरीके से लोगों को दिया जायेगा | पहले चरण में कोरोना वैक्सीन का टीका कोरोना वॉरियर को दिया गया | चरणवद्ध तरीके से कोरोना टीकाकरण का कार्य सही तरीके से सम्पन्न करवाने के लिए  केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों मिलकर पहले से खाका तैयार कर चुकी है | टीकाकरण शुरू होने के बाद आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा की कोरोना टीके लगवाने के बाद किसी भी तरह का कोई साइड इफ्फेक्ट तो नहीं होगा | इस पोस्ट में कोरोना वैक्सीन से होने वाले साइड इफ्फेक्ट के बारे में चर्चा करने वाले हैं | 

क्या कोरोना वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट भी हैं ? 

देश में टीकाकरण शुरू होते ही इंटरनेट पर कोरोना टीकाकरण के साइड इफ्फेक्ट को लेकर कई तरीके से सवाल पूछे जा रहे है | इंटनेट पर  क्या कोरोना का टीका बन चूका है? वही साथ में यह भी पूछा जा रहा ही कि कोरोना की वैक्सीन  भी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है | इस तरह के सवाल पूछे  है |  देश में लगाने वाले कोरोना टीकाकरण की शुरुआत में किसी भी तरह की साइड की कोई न्यूज़ नहीं है | कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद मीडिया चैनल और समाचार संकलन एजेंसी के द्वारा लोगों के अनुभव जानने की कोशिश गई | इसके  बाद पता चला की कोरोना वैक्सीन से इफ्फेक्ट की संवाभना न के बराबर है |

 आपके प्रदेश में सबसे पहले किसको लगा पहला टीका ?

कोरोना के खिलाफ देश में छिड़े टीकाकरण अभियान में  देश का  सबसे पहला कोरोना का टीका एम्स के सफाई  कर्मी मनीष को लगाया गया | बिहार में कोरोना का पहला टीका मुख़्यमंत्री नितीश कुमार की उपस्थिति में आईजीआईएमएस के सफाई कर्मी रामबाबू को लगाया गया , छत्तीसगढ़  में सफाई कर्मी तुलसी तांडी त्रिपुरा मेडिकल ऑफिसर मृदुला दास , गुजरात में अहमदाबाद चिकित्साधीक्षक डॉ. जे. वी.  मोदी जम्मू-कश्मीर में शेरी कश्मीर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डायरेक्टर ए.जी. अहंगर ओडिशा सफाई कर्मी बिरंची नायक और महाराष्ट्रा में कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने वाली डॉ मधुलिका पाटिल तो वहीं  उत्तरप्रदेश  पहला टीका कमल कुमार को लगाया गया | 

Mar 25, 2020

क्या केंद्र सरकार 10 करोड़ गरीबो के बैंक खतों में दे सकती है रूपया?

NEW SCHEME CENTER GOVT

कोरोना वायरस के चलते गरीबों के लिए , केंद्र सरकार प्रोहत्सन राशी का ऐलान कर सकती है | एक मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार जल्द ही घोषणा करने वाली है | 
          देश में तेजी से फ़ैल रहे कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता से एक लम्बे कर्फू की अपील की थी | प्रधानमंत्री ने देश की जनता को अपील कर उन्हें अगले 21 दिन तक घर में रहने को कहा था| अपने भाषण के दौरान पीएम ने घर की लक्ष्मण रेखा को न लंगने के लिए कहा था | 
          इस मामले से जुड़े दो सूत्रों ने एक समाचार एजेंसी रायटर को यह जानकारी दे कर बताया की जल्द ही गरीबों के पैकेज का ऐलान किया जा सकता है| हालांकि, सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार ने अब तक पैकेज को अंतिम रूप नहीं दिया है| लेकिन प्रधानमंत्री मोदी, वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक के बीच चर्चा चल रही है|

10 करोड़ खतों में सीधे ट्रान्सफर किये जायंगे पैसे 

न्यूज पोर्टल दैनिक जागरण की खबर के अनुशार केंद्र सरकार धनराशि का ऐलानजल्द कर सकती है | सरकार का हर संभव प्रयास रहेगा लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसे दे दिए जाएँ| 
       
            हालाँकि वित्त मंत्रालय ने इस सन्दर्भ पर किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की है | 

Mar 24, 2020

कोरोना को हराना है : 21 दिन तक रखे अपने घरों में Lockdown - PM नरेन्द्र मोदी


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  • कोरोना से लड़ने के लिए 15 हजार करोड़ 
  • अगले 21 दिन तक भारत सम्पूर्ण रूप से बंद
  • पीएम की देश वाशियों से हाथ जोड़कर अपील 


पीएम मोदी ने ने जरुरी बात में देशवाशियों से सोसल दूरी बनाये रखने की अपील की है | भाषण के दौरान देश भाषियों को अगले 21 दिन तक घर में रहने को कहा , उन्होंने कड़े शब्दों में देश के हर नागरिक को Lockdown रहने की अपील की, साथ ही उन्होंने जनता कर्फ़ू को सफल बनाने के लिए देशवाशियों  का धन्यबाद दिया | 
     पीएम मोदी ने अपने भाषण में लोगी से अपील की आप जहाँ है, वही रहें |  में आप से 21 दिन मांगता हूँ| यदि आप अभी नहीं संभाले तो आपका परिवार 21 साल पीछे चला जायेगा | में आपसे प्रधानमंत्री के नाते नहीं आपके घर के सद्श्य के नाते आपसे कहा रहा हूँ | आपको आपकी घर के रेखा के बाहर नहीं निकला है| 

कोरोना मतलब : कोई रोड पर ना निकालो 

पीएम ने एक तस्वीर दिखाते हुए, कहा कोरोना मतलब कोइ  रोड पर न निकालो | प्रधानमंत्री से साफ़ बताया की देश एक महत्वपूर्ण निर्दना करने जा रहा है | आज रात १२ बजे से सम्पूर्ण लॉक डाउन होने जा है | अभी के हालत को देखते हुए देश का लॉक डाउन ३ हप्ते  होगा | आने वाले 21 दिन बहुत अहम है| यदि अभी आप नहीं संभाले तो यह देश २१ साल पीछे चला जाएगा | पहले 1 लाख लोगो के संक्रमत होने में 67 दिन लगे | और अगले 1 लाख लोगों में संक्रमण फैलने के लिए मात्र ११ दिन लगे | आप सोचिये यह कितनी तेजी से फैलता है| 
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कोरोना से लड़ने के लिए 15 हजार करोड़ 


प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान मेडिकल और पैरामेडिकल के लिए 15 हजार करोड़ रुपये देने का एलान किया है | कोरोना से लड़ने से लिए मेडिकल क्षेत्र में इस धन का उपयोग किया जायेगा | 

आपके घर पर मिल सकता है जरुरी सामान 

देश में कोरोना के बड़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकारों के द्वारा कोशिश की जा रही है कि आपको रोज मर्या की जरुरी चीजें आपके घर पर उपलब्ध कराइ जा सकें | आपके जरुरी चीजें जैसे दवाई ,दूध अनाज सब्जियों की पर्याप्त पूर्ति की जाएगी | लोग घबराएँ नहीं , घर  पर सुरक्षित रहे | 





----------- आपकी सुरक्षा के लिए , आप घर पर रहें स्वय सुरक्षित रहें और दूसरों को सुरक्षित रखें ----------

Mar 22, 2020

Janata carfew नहीं care for U : Corona को हराना है, घर से नहीं जाना है | सडकों पर दिखा सन्नाटा


प्रधानमंत्री मोदी की अपील के बाद, देश एक जुट होकर कोरोना से लड़ रहा है | ये पहली लड़ाई है, जो लोगों के द्वारा घर पर बैठ कर लड़ी जा रही है | जनता द्वारा इस लड़ाई में समर्थन किया जा रहा है| लोग घरों में बैठ कर न्यूज़ मिडिया के माध्यम से देश का हाल चाल जानने में लगे है | कोरोना काल के चलते हिंदुस्तान में एकाबंदी कर दी है | लोगो घरो से आवश्यक कारण से ही बहार निकल रहे है| लगभग 3 घंटे पूरे होने को हो सड़कों पर सन्नाटा है| मोल, दुकाने बंद है | सड़कों पर एक्का दुक्का वाहन ही नजर आ रहे हैं|  सडको पर सन्नाटा छाया हुआ है|  लोग कोरोना को लेकर जागरूक दिख रहे है| देश की जनता कोरोनो को हर हाल में मात देना चाहती है| भारत में कोरोना अभी स्टेज-2 की स्थिति में है| कोरोना को स्टेज-3 में जाने से रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाया कदम सराहनीय है | सरकार द्वारा जनता कर्फू की अपील कोई राजनितिक मसला नहीं बल्कि फैली हुई महामारी को रोकना है| 

जनता कर्फ़ू से क्या होगा फायदा |

coronavirus एक दुसरे के सम्पर्क में आने से फैलता है| यह कड़ी दर कड़ी फैलता है | जब तक कोरोना वायरससंक्रमत  व्यक्ति के सम्पर्क में नहीं आते तव तक आप उसका शिकार नहीं हो सकते |  कोरोना वायरस की अवधि काल 12 घंटे का है| इसके बाद वह स्वत: ही नष्ट होने लगता है|  

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