कोरोना महामारी ( Corona virus ) ने दुनिया World को ऐसा दर्द दिया सायद ही इसे भुलाना मुमकिन होगा | परन्तु कोरोना lockdown के चलते कुछ ऐसे positive effect सामने आयें | मानो एक लम्बे समय से प्रकृति इसके इंतजार में आखें सजोय बैठी हो | पिछले पोस्ट में अपने आप को बताया था, कि दिल्ली की हवा और यमुना का पानी कितना स्वच्छ हो गया है | साथ ही Lockdown के बड़े positive effect में बताया था की Ozone layer का सबसे बड़ा छेद भर गया है | आज की पोस्ट में हम चर्चा करने वाले हैं | Lockdown के positive effect का हमारे आस पास कार्बन गैस (CO2 ) कमी आई है |
कोरोना महामारी मनुष्य के लिए अभिशाप बनके उभरी है , तो वहीँ यह प्रकृति के लिए वरदान साबित हो रही है | एक लम्बे समय से चल रहे Lockdown में प्रकृति अपनी स्वच्छता के लिए लगातार काम कर रही है | Lockdown के कारण बंद पडे तमाम कल कारखानों और व्यवसाय की बजह से जीवाश्म ईधन की मांग भी कम हुई है | जीवाश्म ईधन की खपत कम होने से देश में चार दशकों में पहली बार कार्बनडाईऑक्साइड का उत्सर्जन ( Carbon dioxide (CO2) emissions ) निचे लुडक गया है | एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कार्बन डाईऑक्साइड ( co2 के उत्सर्जन में मार्च में 15 प्रतिशत और अप्रेल में 30 प्रतिशत गिरावट देखने को मिली |
शोधकर्ताओं के मुताबिक कोयले से उर्जा बनाने का मार्च में 15 प्रतिशत और अप्रेल के पहले तीन हफ़्तों में 31 प्रतिशत तक कम हुआ | वहीँ लॉक डाउन की बजह से कम हुए वाहन के ईधन में भी कम खपत हुई है | ऐसे माना जाये की जीवाश्म ईधन के कम कफत की बजह से भी कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन का ग्राफ नीचे नीचे हुआ है |
Lockdown Positive effect |
कोरोना महामारी मनुष्य के लिए अभिशाप बनके उभरी है , तो वहीँ यह प्रकृति के लिए वरदान साबित हो रही है | एक लम्बे समय से चल रहे Lockdown में प्रकृति अपनी स्वच्छता के लिए लगातार काम कर रही है | Lockdown के कारण बंद पडे तमाम कल कारखानों और व्यवसाय की बजह से जीवाश्म ईधन की मांग भी कम हुई है | जीवाश्म ईधन की खपत कम होने से देश में चार दशकों में पहली बार कार्बनडाईऑक्साइड का उत्सर्जन ( Carbon dioxide (CO2) emissions ) निचे लुडक गया है | एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कार्बन डाईऑक्साइड ( co2 के उत्सर्जन में मार्च में 15 प्रतिशत और अप्रेल में 30 प्रतिशत गिरावट देखने को मिली |
शोधकर्ताओं के मुताबिक कोयले से उर्जा बनाने का मार्च में 15 प्रतिशत और अप्रेल के पहले तीन हफ़्तों में 31 प्रतिशत तक कम हुआ | वहीँ लॉक डाउन की बजह से कम हुए वाहन के ईधन में भी कम खपत हुई है | ऐसे माना जाये की जीवाश्म ईधन के कम कफत की बजह से भी कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन का ग्राफ नीचे नीचे हुआ है |
It was very nice. Thanks for sharing.
ReplyDeleteHow the pandemic has brought us closer to our friends
Thank you very much for reading our post
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