विश्व को कोरोना महामारी का दर्द देने वाला चीन एशिया देशों से भले ही सम्बन्ध सुधाने की कोशिश कर रहा हो, परतुं चीन की चाल समझने में देश पीछे नहीं | चीन में कोरोना महामारी को एक लम्बे समय तक के लिए दबाया गया | हालंकि विश्व के सामने चीन ने सही आंकड़े तक नहीं बताये | वैस्वक स्तर पर फैली इस महामारी के आगे सारे देश पस्त हो चुके | इटली, अमेरिका , रूस , जापान, फ्रासं , ब्रेटन कोरोना महामारी से अपने नागरिकों की जान गवां चुके हैं | वहीँ covid 19 से भारत भी अछुता नहीं रहा हैं | दुनिया का ऐसा कोई देश नहीं है जहाँ कोरोना वायरस ने तांडव न किया हो |
यह भी जानिए -
अमेरिका तो पहले ही चीन से खफा रहा है | चाहे वह ट्रेड बार हो या कोनोना युद्ध | अमेरिका चीन को कोरोना वायरस का जिम्मेदार पहले से ही मान रहा है | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को पहले ही नुकशान की भरपाई की धमकी दे चुकें है | दूसरी तरफ अमेरिका ने चीन का साथ देने के आक्षेप में WHO की फंडिंग को भी रोक दिया है | वहीँ ब्रिटेन, फ़्रांस भी चीन से नाराज हैं | फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रों ने एक इंटरव्यू में चीन में कोरोना वायरस को लेकर जाँच हो इसके लिए कहा है | ब्रिटेन को मिली खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना का फैलना वुहान की वह लेवोरेट्री ही बताया है | ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने भी कहा है की चीन ने जिस तरह से कोरोना से निपटा उसकी समीक्षा की जाँच हो | उधर जापान भी चीन के साथ धीरे धीरे व्यापारिक सम्बन्ध कम करने की सोच रहा है | एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जापान चीन में लगी अपनी कम्पनियों को वहां से भारत में शिफ्ट करने के लिए कहा है | भारत ने भी चीन पर निर्भरता कम करने के संकेत दिये हैं |
चीन ने पूरी दुनिया को भ्रम में रखा दुनिया को कोरोना का दर्द देने के साथ ही अपने यहाँ जरुरी मेडिकल उपकरण और अन्य मेडिकल सुविधाओं की मेनुफेक्टुरिंग में लगा लगा रहा | ताकि समय पढने पर अन्य देशों को निर्यात कर सके,और एक अच्छा मुनाफा कमा सके | दुनिया के सभी देशों के द्वारा चीन से धीरे-धीरे व्यापारिक सम्बन्ध कम करने का आभास चीन को हो चूका है | विश्व चीन को हिराकत भरी निगाहों से देख रहा है | एक दूसरी बजह यह भी चीन अपने यहाँ हुए संक्रमण के केसों को दुनिया से छिपता रहा है | अमेरिका का मानना है की चीन कोरोना वायरस के जरिये कोई नई चाल चलने वाला था | दुनिया को अपने से अलग होता देख चीन ने परमाणु परीक्षण शुरू कर दिया है | उधर अमेरिका भी सेटेलाईट से मिली तस्वीरों से चीन की इस चाल को भांप गया | अमेरिकी सेटेलाईट ने दो दिन पूर्व चीन में परमाणु परिक्षण को कैद किया था | अमेरिका भी इससे में पीछे रहने वाला नहीं है | उसने अपने यहाँ युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है |