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Jun 1, 2021

क्या है, Black fungus का आयुर्वेदिक इलाज ? जानिये

कोरोना वायरस के केस धीरे धीरे कम हो रहे है, तो वहीँ दूसरी तरफ Black fungus देश में ( Black fungus in india ) अपने पैर पसारने लगा है। ब्लैक फंगस इंफेक्शन  को लेकर देश में कई प्रदेश सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। पिछली पोस्ट में हमने आपको ब्लैक फंगस क्या होता है?  ( black fungus क्या है ) के बारे में बताया था। इस पोस्ट में आपको क्या ब्लैक फंगस का आयुर्वेदक इलाज है?( black fungus treatment at home )  और black fungus के लक्षण क्या है ?
black-fungus-ayurvedic-treatment
black fungus treatment at home

 Black fungus के लक्षण क्या है?

Covid 19  महामारी के बाद अब ब्लैक फंगस लोगों के लिए घातक बनता जा रहा है। black fungus के शुरुआती लक्षण ( black fungus symptoms ) कोरोना वायरस संक्रमण की तरह लगभग समान देखे जा रहे हैं ? ब्लैक फंगस को फैलने की बजह क्या है ? यह अभी तक साफ़ नहीं हो पाया  है। लेकिन मुख्य तौर पर ब्लैक फंगस सिम्पटम्स में सर दर्द, मरीज की आखों में लालिमा छा जाना, तेज बुखार, नाक में रूकावट और कई व्यक्ति में दातों का ढीला होजाना जैसे लक्षण देखने को मिले हैं। ,

ब्लैक फंगस का आयुर्वेदिक इलाज ( black fungus treatment )

देश में बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामलों की रोकथाम के लिए आयुष मंत्रालय ने तैयारी शुरू कर दी है। फंगस को फैलने से रोकने के लिए मंत्रालय ने नई गाइड लाइन जारी की है। आयुष मंत्रालय ने ब्लैक फंगस की रोकथाम के लिए उपाय बताये हैं। आयुष मंत्रालय ने ब्लैक फंगस को रोकने के लिए दवाओं के सेवन के साथ खानपान और परहेज पर जोर दिया है।  ( ब्लैक फंगस ट्रीटमेंट एट होम )  
        मंत्रालय ने ब्लैक फंगस मरीज के लिए संशमनी वटी, निशामालकी वटी व सुदर्शन घनवटी सुबह और रात में सोने से पहले, लेने का निर्देश दिया है। संशमनी वटी व निशामालकी वटी सुबह व रात में एक-एक गोली तथा सुदर्शन घनवटी सुबह एक व रात में दो गोली लेने की सलाह दी  है। आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुशार, यह दवा सभी पोस्ट कोविड मरीज व जिन्होंने तीन सप्ताह से अधिक स्टेरायड का प्रयोग किया है, वो इस जरूर लें। आयुष मंत्रालय की इस दवा से ब्लैक फंगस की रोकथाम में मदद मिलेगी।

May 27, 2021

covid 19 vaccine certificate क्या है ? Covid-19 vaccine certificate download कैसे करें .

कोरोना महामारी ने देश ही नहीं पुरे विश्व को हिला के रख दिया है। भारत भी कोरोना से जंग लड़ रहा है।  इस वायरस के खिलाफ जंग में टीकाकरण ( Vaccine ) ही मुख्य हथियार है। जैसा की आपको पिछली पोस्ट में टीकाकरण ( covid vaccine registration online ) के बारे में बताया था। इस पोस्ट में जिन लोगों ने Covid 19 टीकाकरण ( covid vaccine ) लगवा ली है। उन लोगों के लिए Covid-19 vaccine certificate download कैसे करें के बारे में बतायेगें। 

covid vaccine certificate download online
covid vaccine registration online

        जिन लोगों ने Covid-19 vaccine की खुराक ली है। वो Covid-19 vaccine certificate online download कर सकते हैं। Covid-19 vaccine certificate आप cowin की साइट ( cowin.gov.in ) या आरोग्य सेतु app ( aarogyasetu.gov.in ) से online download कर सकते हैं। चलिए जानते हैं।  Covid 19 vaccine क्या है।  ( What is covid 19 vaccine in hindi )

कोरोना वायरस वैक्सीन certificate क्या है ? ( What is Covid 19 vaccine certificate ) 

COVID वैक्सीन प्रमाणपत्र एक आधिकारिक दस्तावेज है , जो यह साबित करता है कि किसी व्यक्ति को टीका लगाया गया है। यह COVID-19 वैक्सीन की खुराक (पहली और दूसरी) प्रशासित होने के बाद जारी किया जाता है। वैक्सीन प्रमाणपत्र में 13 अंकों की एक विशिष्ट लाभार्थी संदर्भ आईडी होती है, जिसके उपयोग से आप उस व्यक्ति विशेष के सभी विवरण प्राप्त कर सकते हैं।

covid vaccine certificate download online

Covid 19 vaccine Certificate कैसे डाउनलोड करें

जिन लोगों को COVID वैक्सीन की पहली खुराक ली है , उन्हें केवल एक अस्थायी COVID वैक्सीन प्रमाणपत्र मिलेगा। दोनों वैक्सीन मिलने के बाद ही आपको टीकाकरण का  स्थाई प्रमाणपत्र डाउनलोड कर सकते है। covid 19 vaccine का Certificate डाउनलोड करने के लिए दो तरीके है। पहला cowin.gov.in और दूसरा आरोग्य सेतु app 

cowin gov.in certificate download online in hindi

covid 19 vaccine certificate download online करने के लिए सबसे पहले आपको वैक्सीन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद वैक्सीन की खुराक लेना जरुरी है। यदि आपने वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन Cowin.gov.in पर करवाया है, तो आप यहाँ से सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।   COVID वैक्सीन सर्टिफिकेट के विवरण में  जैसे नाम, आयु, लिंग और टीकाकरण के सभी विवरण जैसे टीके का नाम और पहली खुराक प्राप्त करने की तारीख लिखी होती है। 

covid 19 vaccine certificate download online step by step

  • https://www.cowin.gov.in/ की वेबसाइट पर जाएँ 
  • अब आपके सामने एक नया पेज open होगा | right में Register/ Sign In yourself पर क्लिक करें या सीधे लिंक पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें 
  • Mobile Number लिखें Get OTP पर क्लिक करें 
  • आपके मोबाइल पर OTP  आयेगा |
  •  OTP एंटर करें
  • पहले/दूसरे डोज लेने के बाद आपकी प्रोफाइल में स्वतःही Certificate ऑप्शन दिखने लगेगा | 
  • Certificate पर क्लिक करे | 
  •  covid 19 vaccine certificate download हो जायेगा | 

Aaroya setu app vaccine certificate online download

Aarogya setu app से vaccine certificate डाउनलोड करने के लिए स्टेप फॉलो करने होगें। 
  • आरोग्य सेतु आप ओपन करें। 
  • आरोग्य सेतु app में  login करने के बाद , cowin पर जायें 
  • फिर यहां पर 13 डिजिट बेनिफिशियरी रेफरेंस आईडी दर्ज करनी होगी।
  • उसके बाद आपको वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर क्लिक करना है।
  • अब आप डाउनलोड बटन पर क्लिक करके उसे डाउनलोड कर सकते हैं।

May 23, 2021

डॉक्टरों का दावा हवा से भी फ़ैल सकता है Black Fungus। जानिए लक्षण , बचाव

कोरोना के साथ ही अब देश में एक नयी बीमारी ने डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया। दरसल covid 19 के साथ ही Black fungus के लक्षण ( black fungus symptoms ) देखे जा रहे हैं। ब्लैक फंगस (Black Fungus) या म्यूकर मायकोसिस (Mucormycosis) से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। एक साथ बढ़ रहे ब्लैक फंगस ( black Fungus disease ) के मरीजों को लेकर कई राज्य सरकारों के द्वारा इसे महामारी भी घोषित कर दिया है। ब्लैक फंगस या Mucormycosis का संक्रमण कैसे फ़ैल रहा है। इसे लेकर देश में अभी रिसर्च की जा रही है। जिन्हे लेकर कई तहर के दावे सामने आ रहे हैं। 


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कैसे फैलता है ब्लैक फंगस ?

देश में एक साथ बढ़ रहे ब्लैक फंगल ( black fungus symptoms ) को लेकर देश की बढ़ी मेडिकल संस्था एम्स (AIIMS) के डॉक्टरों ने चेतावनी जारी की है। AIIMS के डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस का संक्रमण ( black fungus symptoms ) कैसे फ़ैल रहा है, को लेकर है। डॉक्टर्स ने बताया है किस तरह आपको संक्रमित कर सकता है।  

    AIIMS के मुताबिक म्यूकर मायकोसिस या ब्लैक फंगस हवा से भी शरीर आपके शरीर में दाखिल हो जाता है।  समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में डॉ. टंडन ने बताया, ब्लैक फंगस (Black Fungus) हवा के माध्यम से भी फैल सकता है। इस बीच उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है, तो उसे कोई समस्या नहीं होगी।  लेकिन पहले से ही बीमार व्यक्ति के लिए खतरनाक हो सकता है।

Black fungus क्या है ? ( black fungal disease )

Black fungus या Mucormycosis एक तरह का फंगल इन्फेक्शन ( infection ) है। देश में फंगल इन्फेक्शन से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार हो इजाफा होने के चलते महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, यूपी, पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना, बिहार, और तमिलनाडु समेत कई राज्यों ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। 

Black fungus के लक्षण ( Black fungus symptoms )

ब्लैक फंगस या mucormycosis हवा और मिटटी से फ़ैल रहा है। इस फंगल इन्फेक्शन का असर मजूबत इम्मुनिटी वालों की अपेक्षा कमजोर इम्युनिटी वालों पर ज्यादा होता है। अभी तक Black Fungus के लक्षणों में ( black fungus symptoms ) में बुखार, आंख और नाक के आसपास दर्द या लालिमा, सिर दर्द, खांसी, सांस लेने में परेशानी उल्टी में खून आना और मेंटल कन्फ्यूजन जैसे लक्षण देखने को मिले हैं।  

कैसे कर सकते हैं बचाव

Black fungus से बचने के लिए सुरक्षा ही सबसे बढ़ा उपाय है। फंगल इन्फेक्शन से वचाब के लिए धूल-मिट्टी भरे स्थानों पर जाने से परेज करें। यदि जाना भी तो मास्क पहनें। बागवानी या मिट्टी से जुड़ा काम करते वक्त जूते, फुल पैंट्स-शर्ट और दस्ताने पहनें। बाहर से आने के बाद सही तरह से स्नान करें। 

May 22, 2021

नासा ने बताये पौधे, जो करेगें ऑक्सीजन ( Oxygen level ) की पूर्ति

कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी ज्यादा देखने को मिली। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ऑक्सीजन बहुत ही जरुरी हो चुकी है। दरसल कोरोना वायरस से लड़ाई में फेफड़े जरुरी है।  फेफड़े को मजबूत करने के लिए ऑक्सीजन बेहद जरुरी है। 

oxygen generating plants for indoor
oxygen generating plants for indoor

    फेफड़े मजबूत करने के लिए खुली हवा में ऑक्सीजन की उपलब्धता बहुत जरुरी है। आज के इस वातावरण में खुली हवा में साँस लेना बहुत ही मुश्किल सा है। खासकर जब आप घर हों तब, एक तरह से देखा जाये तो बहार के वातावरण की अपेक्षा घरों के अंदर का वातावरण ( प्रदूषित वायु ) ज्यादा होती है। इस प्रदूषित वायु को शुद्ध करने के लिए क्या करें ? घर के वातावरण में ऑक्सीजन लेवल की मात्रा कैसे बढ़ाये ?  इस पोस्ट में आगे प्राकृतिक तरीके से ऑक्सीजन के लेवल बढ़ने के बारे में बतायेगें।  

रात के समय नीम कौन सी गैस छोड़ता है? नीम के पेड़ गुण क्या हैं?

    दरसल कमरे के वातावरण में ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने के लिए NASA के द्वारा कुछ पौधे सुझाये गये हैं। NASA के द्वारा बताये गए पौधों को घर में रखकर , कमरे में उपस्थित हवा को शुद्ध कर सकते हैं। तो आये जानते है नासा के द्वारा सुझाये गए पौधे जिनमे ऑक्सीजन की मात्रा अधिक होती है।  नासा के दावा के अनुशार ये पौधे सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं। 

यह भी पढ़े-

अरेका पाम ( Areca Palm ) का पौधा 

अमेरिकी अंतरिक्ष कंपनी नासा ने अपने एक्सपेरिमेंट के बाद Areca Palm के बारे में कहा है कि, areca palm कार्बन डाइऑक्सइड का अवशोषण कर ऑक्सीजन देता है। यह पौधा अपने आसपास हवा में मौजूद फॉर्मेल्डिहाइड (formaldehyde), जाइलीन (xylene) और टोलुइन (toluene) को भी सोख कर घर के वातावरण को शुद्ध करता है। 

    areca palm  हल्की रोशनी के साथ ही सीमित पानी में आसानी से उग जाता है। घर में कंधे की ऊंचाई तक चार पौधे होना अच्छा होता है। इस पौधे को आप अपने लिविंग रूम में रख सकते है। 

Snake प्लांट ऑक्सीजन 

नासा के अनुसार यह पौधा आसपास की हवा से बेंजीन (benzene), फॉर्मेल्डिहाइड (formaldehyde), जाइलीन (xylene), टोलुइन (toluene) और ट्राईक्लोरोएथिलीन (trichloroethylene) जैसे विषैले रसायनों  सोख लेते हैं। रिपोर्ट्स में मुताबिक Snake plant रात के समय ऑक्सीजन की अधिक मात्रा उत्पन्न करता है। माना जाता है, एक पौधा एक कमरे के लिए काफी हो सकता है। Snake Plant को आप आपके बेड रूम रख सकते हैं। 

मनी प्लांट ऑक्सीजन 

इस पौधे के बारे में हमें सब पहले से जानते है। मनी प्लांट बेहद ही काम रौशनी में बढ़ने वाला पौधा है।  अगर मनी प्लांट के द्वारा ऑक्सीजन बनाने की बात करें तो यह पौधा बढ़ी तेजी के साथ ऑक्सीजन बनता है।  मनीप्लांट को आप घर में कहीं भी रखा सकते हैं।  

गरबेरा डेजी का पौधा ( Gerbera daisy )

आम तौर पर इस पौधे को सजावट की लिए इस्तेमाल किया जाता है। नासा के अनुशार यह पौधा वातावरण से बेंजीन और ट्राईक्लोरोएथिलीन को सोख कर घर के वातावरण में ऑक्सीजन देता है। इस पौधे को भी आप बैडरूम और लिविंग रूम में खिड़की के पास रख सकते हैं। 

स्पाइडर प्लांट 

स्पाइडर प्लांट को रिबन प्लांट के नाम से भी जाना जाता है। स्पाइडर प्लांट आसपस के वातावरण से तेजी से कार्बन मोनोऑक्सइड और जाइलीन को सोखने की शक्ति रखता है।  इसकी पत्तियों नॉन टॉक्सिक रसायन बनती है। इस पौधे की उसके करीबन ६० सेंटीमीटर रक् हो सकती है।  इस पौधे को आप बैडरूम या लिविंग रूम में लगा सकते हैं। 

एलोवेरा ( Alovera plants ) पौधा

घर की छत , बालकनी और किचन के आसपास यह पौधा देखने को मिल जाता है।  एलोवेरा अपनी खूबियों के लिए जाना जाता है।  सुंदरता से लेकर घाव तक को भरने के लिए काम और इम्युनिटी बूस्टर की जगह भी उपयोग किया जाता है। आयुर्वेद में इसके कई और औषधीय उपयोग हैं। वहीं इसकी पत्तियां आसपास के वातावरण से  टॉक्सिन बेंजीन (benzene) और फॉर्मेल्डिहाइड (formaldehyde) को सोख लेती हैं।

May 17, 2021

Black fungus covid : Black fungus क्या है ? जानिए लक्षण और उपाय

कोरोना महामारी के बीच इन दिनों Black Fungus बहुत चर्चा में है।  देश में अब इसका स्ट्रेन बहुत तेजी से फ़ैल रहा है। एक रिपोर्ट्स के मुताबिक Black Fungus से 500 लोग संक्रमित हुए हैं। इस पोस्ट में black Fungus क्या है ? और इसके लक्षण के बारे में चर्चा करेगें।  सबसे पहले जानते हैं। ब्लैक फंगस  क्या है ?

Black fungus
Black fungus

Black Fungus क्या है ?

ब्लैक फंगस या Mucormycosis एक तरह का फंगल इन्फेक्शन है। रिसर्च के मुताबिक ब्लैक फंगस ज्यादातर ऐसे लोगों को ज्यादा संक्रमित करता है। जो पहले से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। खासकर डाइबिटीज वाले मरीज में वातावरण में मौजूद वायरस से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। इस तरह के व्यक्ति को फंगल इन्फेक्शन होने का डर ज्यादा रहता है।  रीसर्च में ये भी सामने आया है , डायबिटीज के अलाबा जो लोग ज्यादातर ICU में रहे हैं उनको भी इससे बचने के लिए सावधानिया रखनी होगीं।  

Black fungus लक्षण क्या हैं ?

देश में कोरोना महामारी के दौरान फ़ैल रहे black fungus से देश में 500 लोगों को संक्रमित किया।  ( ये रिपोर्ट समाचार पत्र द्वारा बताये गए आधार पर है ) ब्लैक फंगस ( Black Fungus ) में सामन्य तौर पर होने वाले लक्षणों की बात करें तो अभी तक ब्लैक फंगस के लक्षणों में आँख लाला हो जाना या आखों में दर्द , बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस लेने में दिक्कत, खूनी उल्टी और मानसिक स्थिति पर असर पड़ना इस संक्रमण के लक्षण हैं। 

Black Fungus  होने पर क्या करें ?

Black fungus को रोकने लिए सबसे बड़ी बात है।  हम सब को डटकर मुकाबला करना इसके लिए सबसे पहले आपको बतादें।  आपके मनोबल को गिरने नहीं देना है।  
  1. हाइपरग्लाइसीमिया यानी खून में शर्करा की मात्रा को कंट्रोल करने की कोशिश करें। 
  2. कोविड से डिस्चार्ज होने के बाद या फिर डायबिटीज़ में ब्लड ग्लूकोज़ लेवल को मॉनिटर करते रहें।  
  3. स्टेरॉयड्स का इस्तेमाल विवेकपूर्ण ढंग से करें। 
  4. ऑक्सीजन थेरेपी के दौरान ह्यूमिडीफायर्स में साफ, स्टराइल पानी का इस्तेमाल करें।  
  5. एंटीबायोटिक्स या एंटी फंगल दवाइयों का इस्तेमाल विवेकपूर्ण ढंग से करें।

 Fungus होने पर क्या न करें ?

  1. संक्रमण के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। 
  2. बंद नाक के हर मामले में यह न समझें कि यह बैक्टीरियल साइनसाइटिस की वजह से है. खासकर ऐसे मरीजों में जिनकी मेडिकेशन के वजह से प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हुई है। 
  3. फंगल इंफेक्शन का पता लगाने के लिए बड़े कदम उठाने से हिचकिचाएं नहीं।  
  4. म्यूकरमाइकोसिस हो तो इसका इलाज शुरू करने में जरा भी वक्त न गवाएं

May 13, 2021

कोरोना में रामवाण है , 2-DG Drugs का सेवन कैसे करें ?

Covid 19 वायरस ने हाहाकार मचा रखा है | प्रतिदिन लाखों की संख्या में लोग संक्रमित और हो रहे हैं तो वहीँ  हजारों की सख्या को मौत का आंकड़ा छू रहा है | देश में फैली महामारी को काबू करने के लिए कोरोना फ्रंट वॉरिअर लगातार दिन रात काम कर रहे हैं | देश में वैक्सीनेशन ने लेकर संक्रमितों के ईलाज में हमारे डॉक्टर लगे हुये हैं तो वही वैज्ञानिक भी पीछे नहीं है | कोरोना सक्रमण को मात देने के लिए DRDO की ओर से एक नयी दवा 2-DG को बनाया गया है | 2-DG मेडिसिन को ड्रग्स कण्ट्रोल व्यूरो के द्वारा परमिशन भी मिल चुकी है | जल्द ही यह दवा कोरोना के लिए के लिए रामवाण सिद्ध हो जाएगी है | इस पोस्ट में DRDO की 2-DG मेडिसन पर वैज्ञानिकों का क्या कहना है ? और 2-DG मेडिसन लेने से मरीज की सेहत पर कितना असर पड़ेगा के बारे में भी चर्चा करेगें |साथ की DRDO 2 -DG मेडिसन की प्राइस कितनी है ? के बारे में भी बतायेगें |  सबसे पहले आपको बतादें की  आंकड़े इंटरनेट पर प्राप्त जानकारी के आधार पर एकत्रित किये गये हैं | 
DRDO 2 - DG DRUGS PRICE , How to consume 2 - dg drugs

2-DG पर डॉक्टर और वैज्ञानिकों की राय 

DRDO के मुताबिक Covid 19 positive मरीज को यह दवा देने  के बाद | 2 - DG मेडिसन संक्रमित कोशिकाओं में जाकर एकत्रित हो जाती है | कोशिकाओं में पहुँचने के बाद 2-dg drug अपना काम शुरू कर देती है | संक्रमित कोशिकाओं में पहुँचने के बाद और वायरस सिंथेसिस और एनर्जी प्रोडक्शन को रोककर वायरस को बढ़ने से रोकती है | 

2-DG Drugs कोरोना मरीज के लिए कितनी कारगर ?

 मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दवा के तीसरे ट्रायल में मरीजों के लक्षणों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है | 2-DG ड्रग्स लेने के बाद मरीजों में ऑक्सीजन की निर्भरता में कमी आई है | रिपोर्ट के मुताबिक DRDO की दवा 65 साल की उम्र के लोगों के लिए भी कारगर है | 

2-DG ड्रग की प्राइस कितनी है ?

2-DG प्राइस की चर्च करने से पहले इसके बारे में और अधिक जान लेते हैं | जैसे कि यह लिक्विड के रूप में है या पाउडर या टैबलट इस तरह के सवाल भी आपके सामने होंगे |  रिपोर्ट के मुताबिक 2 DG drugs पाउडर के रूप में है | अगर इसके प्राइस के बारे में बात करें तो अभी तक 2 DG के प्राइस की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है | लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक 2-DG की कीमत 500 से 600 रुपये तक हो सकती है | 

2-DG Drugs का सेवन कैसे करें ?

देश में फ़ैल रही कोरोना की दूसरी लहर बहुत ही घातक होती जा रही है | दरसल सक्रमण को कम करने और ऑक्सीजन लेवल की मात्रा को बरकार रखने के लिए 2 DG ड्रग्स के पाउडर को पानी में खोलकर संक्रमित मरीज को पिलाते हैं | 2 DG ड्रग्स पीने के बाद मरीज के लक्षण धीरे-धीरे सुधरने लगते हैं | 

May 11, 2021

Vaccine registration trick : कहाँ मिलेगा Empty slot ? वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन कैसे करें

देश कोरोना महामारी ( Covid 19 pendamic ) से जंग लड़ रहे हैं | covid 19 virus को मात देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से कोरोना वैक्सीनेशन का काम शुरू हो चूका था  | कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश के कई शहरों को lockdown कर दिया गया है , साथ ही  देश में  18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए covid टीकाकरण ( Covid 19 vaccination ) के रजिस्ट्रेशन की भी शुरुआत हो चुकी है | इस पोस्ट में वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें ? ( how to online registration Corona vaccination in hindi ) या cowin.gov.in पर registration कैसे करें ? के बारे में बतायेगें | साथ ही बतायेगें की यह ट्रिक आपके लिए रजिस्ट्रेशन में कितनी मददगार हो सकती है | ( vaccine registration online india )  

Corona Vaccination online registration
Corona Vaccination online registration

कब करें Vaccination के लिए registration ? 

यदि आप vaccinetion के लिए online registretion कराना चाहते है तो यह पोस्ट आपके लिए अधिक मददगार हो सकती है | आगे बढ़ने से पहले आपको बतादें कि, Vaccinetion के लिए Registretion कब कराया जा सकता है | दरसल 18 साल की उम्र से अधिक लोगों के लिए Vaccine के टीकाकरण ( vaccine registration online ) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है | 1 मई से vaccine registration के लिए cowin.gov.in ( vaccine registration online website ) पर आपका डिटेल्स अपलोड कर स्लॉट बुक कर सकते हैं | 

यह भी पढ़े- 


cowin.gov.in पर कैसे Registration करें ?

वैक्सीन के लिए रेजिस्ट्रेशन के लिए setu app या cowin.gov.in दो में एक जगह रेजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है | इस पोस्ट में cowin.gov.in रेजिस्ट्रेशन कैसे करें के बारे में step by step बतायेगें | 
    cowin.gov.in पर रेजिस्ट्रेशन करने के लिए सबसे पहले आपके मोबाइल के Chrome browser में जाकर cowin.gov.in लिंक को लिखना होगा |
  1. अब आपके सामने एक नया पेज open होगा | right में Register/ Sign In yourself पर क्लिक करें या सीधे लिंक पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें 
  2. Mobile Number लिखें Get OTP पर क्लिक करें 
  3. आपके मोबाइल पर OTP  आयेगा | OTP एंटर करें | आपके सामने Registration Form Open 
  4. Form में मांगी गई जानकारियों को भरें और सबमिट कर दें 


vaccine certificate download कैसे करें ( how to vaccine certificate download ) 

corona की वैक्सीन लगवाने के बाद आप ऑनलाइन vaccine certificate download cowin.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं | जानिए step -step 

  1. https://www.cowin.gov.in/ की वेबसाइट पर जाएँ 
  2. अब आपके सामने एक नया पेज open होगा | right में Register/ Sign In yourself पर क्लिक करें या सीधे लिंक पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें 
  3. Mobile Number लिखें Get OTP पर क्लिक करें 
  4. आपके मोबाइल पर OTP  आयेगा | OTP एंटर करें
  5. पहले/दूसरे डोज लेने के बाद आपकी प्रोफाइल में स्वतःही Certificate ऑप्शन दिखने लगेगा | 
  6. Certificate पर क्लिक करे | अब वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट डाउनलोड हो जायेगा | 


May 10, 2021

Covid 19 Vaccination article 21 : आर्टिकल 21 का वैक्सीनेशन से क्या सम्बन्ध ? सरकार को क्यों देना पड़ा जबाब

कोरोना वायरस महामारी ने देश ही नहीं समूचे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है | covid 19 वायरस अपनी तवाही का मातम फैला चुका है | वायरस के असर को कम करने और उससे निपटने के लिए सरकारों के द्वारा टीकाकरण जैसे अभियान चलाये जा रहे हैं | उसी तरह देश में covid महामारी से जीत हासिल करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर टीकाकरण अभियान चला रही हैं | कोरोना वायरस को लेकर दिन प्रतिदिन कोई न कोई नयी खबर प्रतिदिन सामने आती है | covid 19 vaccination को लेकर article 21 भी चर्चा में बना हुआ है | आज इस पोस्ट में हम आपको vaccination ने article 21  का क्या कनेक्शन है ? और सुप्रीमकोर्ट ने सरकार से क्या कहा ? के बारे में चर्चा करेगें |  सबसे पहले जान लेते हैं , कि आर्टिकल 21 का कोरोना vaccination से क्या कनेक्शन है?
Covid 19 vaccination 


कोरोना वैक्सीनेशन से आर्टिकल 21 का कनेक्शन 

केंद्र सरकार ने लोगों को दिए जानी वाली vaccination को लेकर पॉलिसी तैयार की थी | vaccination की पॉलिसी को लेकर सुप्रीमकोर्ट ने केंद्र सरकार को पॉलिसी पर पुनर्विचार के लिए कहा था | कोर्ट ने सरकार से कहा था , कि पहली नजर में ऐसा लगता है, इससे संबिधान के आर्टिकल 21 के तहत सार्वजानिक स्वास्थ्य के अधिकारों को क्षति पहुँचती है | कोर्ट ने सरकार से देश में अलग-अलग राज्यों में वैक्सीन की प्राइस को लेकर भी आपत्ति जताई है | साथ कोर्ट ने सरकार से vaccination के अलग कीमत को लेकर भी सवाल पूछा है |

यह भी पढ़ें -  
संविधान का आर्टिकल 21 लोगों को जीने का अधिकार देता है जिससे हर व्यक्ति आजादी से जी सके। इसमें कोई अन्य व्यक्ति या संस्था किसी व्यक्ति के इस अधिकार का उल्लंघन करने का प्रयास करता है, तो पीड़ित व्यक्ति को सीधे सुप्रीम कोर्ट तक जाने का अधिकार होता है। इस आर्टिकल के अन्तर्गत स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य की सावधानी का अधिकार वैसा ही होता है जैसे जीवन जीने का अधिकार। 

केंद्र सरकार ने क्या दिया जबाब ?

" नवभात टाइम्स " में छपी खबर के अनुशार केंद्र सरकार ने अपने वचाब में कोरोना पॉलिसी को लेकर सफाई दी | केंद्र सरकार ने सफाई में कोर्ट ने कहा है, कि कोरोना vaccination में न्यायपालिका के हस्तक्षेप की जरुरत नहीं है | सरकार ने कोर्ट ने आग्रह किया है , न्यायपालिका वैक्सीनेशन का काम कार्य पालिका पर छोड़ दे | केंद्र की तरफ से जबाब कहा गया है जो पॉलिसी बनाई गई वह एक्सपर्ट की सलाह के आधार पर है | केंद्र सरकार ने कहा है कि जो नीति बनाई गई है वो संविधान के अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 21 के जनादेश के अनुरूप ही है। काफी विचार विमर्श के बाद वैक्सीन की पॉलिसी तैयार की गई है। विश्वास कीजिए हम पर इस पर कोर्ट के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।

May 4, 2021

क्या 5G टेस्टिंग से फैल रहा है कोरोना ? जानिए WHO ने क्या कहा ?

देश में तेजी से फ़ैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच सोशल मीडिया पर वायरल संदेशो की भरमार हो चुकी है | व्हाट्सप्प , फेसबुक और twiter  जैसे प्लेटफार्म पर कोरोना वायरस और 5G टेस्टिंग के सम्बन्ध को लेकर कई तरह के सन्देश फॉरवर्ड किये जा रहे हैं | देश में फ़ैल रहे कोरोना संक्रमण को 5G Testing  का परिणाम बताया जा रहा है | बताया जा रहा है, 5G  टेस्टिंग से कोरोना का संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है, जो लोगों की जान ले रहे है | साथ की कई वायरल वीडियो में साँस में समस्या होना भी 5G testing का परिणाम बताया जा रहा है | इस पोस्ट में वायरल वीडियो की चर्चा के साथ-साथ उन सभी बिन्दुओ पर चर्चा करेगें | क्या कोरोना वायरस  संक्रमण और  5G टेस्टिंग के बीच कोई संबन्ध है ? 
5G mobile networks DO NOT spread COVID-19
5G Testing

क्या है वायरल वीडिओ में ? 

वायरल वीडियो के अनुशार देश में हो रही मोबाइल टावर की 5G Testing से घर में हर जगह करंट लगरहा है | गला सामान्य से कुछ ज्यादा सूख रहा है | और साथ ही कई तरह के मैसेज हैं | जिनमें कहा जा रहा है, ऐसा मेरे साथ ही क्यों हो रहा है ?
 सन्देश में  बताया जा रहा कि जो महामारी दूसरी बार आई है | जिसे सब कोरोना का नाम दे रहे हैं ये कोरोना नहीं 5G Tower Testing की वजह से है | टावर से निकलने वाला रेडिएशन हवा में मिलकर हवा को जहरीला बना रहा है | इस लिए साँस लेने में दिक्कत हो रही है | साथ ही  सरकार से आग्रह किया जा रहा है कि 5G टेस्टिंग बंद करवाये | 
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क्या 5G टेस्टिंग से फ़ैल रहा है कोरोना  ? जानिए WHO ने क्या कहा ? 

' हिंदुस्तान अखबार ' में छपी खबर के अनुशार WHO ने 26 मार्च रिपोर्ट में बताया है, कि कोरोना 5G Mobile रेडिएशन से नहीं फैलता | साथ ही दवा किया गया कि कोरोना वायरस रेडियो तरंगो से एक जगह से दूसरी जगह नहीं पहुँच सकता | रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस का संक्रमण उन देशों में भी जहाँ | 5G  नेटवर्क ही नहीं है |

May 1, 2021

Steam Therapy : क्या भाप लेने से हो सकता है, वायरस का असर कम ?

इनदिनों Covid19 वाइरस की दूरी लहर जानलेवा हो चुकी है। Covid-19  वायरस आपके फेंफड़े ( Lungs ) , नाक बंद और सांस लेने में परेशानी पैदा करता है। ऐसे में बन्द नाक और फेंफड़ो को खोलने के लिए क्या करें ? जानिए कुछ जरूरी टिप्स और Corona virus से लड़ने के लिए बढ़ाई अपनी शक्ति।


वायरस के इंफेक्शन के कारण सांस लेने में समस्या और नाक बंद है, क्या करें?

एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक पानी मे विक्स, संतरा या नींबू के छिलके डालकर 5 मिनट तक भाप लें।  दिन में दो बार 2 या 5 मिनट तक भाप लेने से वायरस का असर कम हो जाता है। इस तरह के प्रक्रिया करने से बंद नाक, और और सांस लेने में हो रही प्रॉब्लम से भी छुटकारा पाया जा सकता है।

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स्वसन तंत्र मजबूत करने के लिए क्या करें?

स्वसन तंत्र की मजबूती के लिए सबसे जरूरी है कि आप प्रतिदिन सुबह व्यायाम करें। जमीन पर पेट के भर लेटकर लंबी लंबी सांसे लें।  सुबह के समय नास्ता समय से करें । रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए समय से भोजन करें और मानसिक तनाव से मुक्त रहें। रात को सोते समय खाना खाने के बाद गिलोय घनवटी की दो गोलियां गर्म पानी के साथ लें। साथ ही कपूर, अजवाइन, लौंग को दिन में तीन बार सूंघे। हल्दी वाले दूध का सेवन करें। इन सभी  घरेलू नुस्खों से कोरोना वायरस के असर को कम किया जा सकता है। हमारी आपसे सलाह के डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इन प्रक्रियाओं पर अमल करें।

May 7, 2020

अर्थव्यवस्था के लिए अंगूरी का योगदान ' कलंक या कफ़न '

wine and coronavirus
wine shop 
कोरोना महामारी को रोकने के लिए देश व्यापी lockdown को अगर Lifedown भी कहा जाये तो कम नहीं है | क्योकिं इस Lifedown के दौरन घरों में बंद आदमी घुट घुट कर जी रहा है | कोरोना के कहर से कम वल्कि Lockdown की बढती बंदिशों से जिंदगी थम सी गई है | lifedown का असर साफ़ उन जगह देखने को मिल जाता है, जो शहर कभी गुलजार हुआ करते थे | आज वहां केवल गुल है जार का पता नहीं | 

Video 

                  Lockdown की बढती बंदिशें और मयखाने खुल जाना | अंगूरी के बेटी के लिए लोगों के द्वारा लाइन में लगकर इंतजार करना | महामारी के प्रकोप की चैन तोड़ने वाले Lockdown का पालन न कर खींचतान मचाना, कहीं न कई संक्रमण चैन  की बंदिशों से जुड़ें  तारों को तोड़ देता है | जो लोग लाइन में लगे हैं इसमें एक कई ऐसे परिवार हैं | जो बुझे चूल्हे देखकर अपने पेट की भूख प्यास भुजा देते हैं | और दारू के शौक़ीन लाइन में लगाकर शराब की बोतल का इंतजार करते हैं | मुमकिन है मुशीं प्रेमचंद की कहानी ' कफ़न ' को इस हकीकत से जोड़ा जाये तो कुछ कम नहीं होगा | में ये तो नहीं जनता की मुंशी प्रेमचंद की कहानी किसी सत्य घटना पर आधारित है या नहीं | परन्तु ये समझ में जरुर आ गया की उनकी कहानी को अगर आज के दौर से देखा जाये तो सटीक है | 
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           मुमकिन है की सरकार के द्वारा खोले गए शराब के ठेके अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए सहायक सिद्ध हों लेकिन कई परिवारों के लिए एक ऐसा दौर शुरू होने वाला है जिसकी कोई कल्पना नहीं की जा सकती है | शराब का यह नया दौर कई परिवारों को उन हालतों में धकेल देगा जिसके बारे में सोचा भी न होगा | पिछले 40 दिन हाथ पर हाथ धरे बैठे कई परिवार, पाई पाई के लिए मोहताज हैं | सरकार के द्वारा राजस्व के लालच में खोला गया शराब का कारोबार, उन परिवारों के लिए कोरोना संक्रमण से बर्वादी का संक्रमण ज्यादा रफ़्तार से दौड़ेगा | यहाँ अगर यहभ मन लें की इन  अंगूर के बेटी के शकिनों से घरेलु हिंसा जैसे मामलों में बढोत्तरी होगी, तो कुछ कम नहीं होगा | कोरोना कितनी तबाई करेगा इसका अनुमान अभी नहीं लगाया जा सकता लेकिन अंगूर की बेटी के शोकीनों से होने वाले परिवार की वर्वादी का अनुमान जरुर लगाया जा सकता है | 
     न तो दारू से कोरोना का संक्रमण ख़त्म हो सकता है और नहीं कोरोना दारू से मर सकता है | तो केवल सरकारों के द्वारा राजस्व के लिए खोले गए शराब के ठेके के अलाबा कोई अन्य विकल्प नहीं था | 

May 5, 2020

मजदूरों के टिकट खर्च पर तेज हुई सियासत, खर्च कौन करेगा वहन| जानिए क्या है ? .........

कोरोना संक्रमण ( Coronaviurs ) के दौरन चल रहे देश व्यापी Lockdown पर प्रवासी मजदूरों को उनके प्रदेश तक पहुचने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा  चलये गए '' श्रमिक स्पेशल ट्रेन '' (Shramik Special Train )  के किराये ( Expenses )को लेकर देश में राजनितिक घमासान तेज हो गया | दरसल मजदूरों के टिकट ( Migrant laborers tickets )  को लेकर पार्टियों के द्वारा आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया |  
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आपको बता दें की कोरोना महामारी ( Coronavirus ) को देखते हुए केंद्र सरकार के द्वारा Lockdown 3.0 में Lockdown की अवधि को 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया है | इस समय लाखों मजदूर  दूसरे प्रदेशों में फसे हुए हैं  | इन मजदूरों की घर वापसी ( Workers return home )  को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही हैं | प्रभासी मजदूरों की घर वापसी के लिए गृह मंत्रालय की गाइडलाइन ( Home Ministry Guide Line ) के बाद रेल मंत्रालय Ministry of Railway के द्वारा स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई | स्पेशल ट्रेन से घर वापसी के लिए मजदूरों को किराया चुकाना पड़ रहा है | ऐसे में विपक्ष केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोल रहा है | कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने सरकार पर हमला बोल आरोप लगते हुए विदेश में फसे लोगों के सरकारी खर्च पर देश में लाने की बात कही | लेकिन मजदुर जो देश की अर्थव्यवस्था की हड्डी हैं | इसे लेकर सोनिया गाँधी ने केंद्र सरकार का घेराब किया | 
               कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मजदूरों का रेल किराये को लेकर सवाल तो खड़े किये|  साथ ही लगे हाथों श्रमिकों की घर वापसी को लेकर खर्च होने वाला रेल किराया कांग्रेस पार्टी की तरफ से भुगतान किये जाने का ऐलान कर दिया  | उधर केंद्र ने जबाब में कहा  85 % रेल किराया तो केंद्र सरकार के द्वारा दिया जा रहा है | और वाकी 15 % राज्य सरकार के द्वारा वहन किया जायेगा की बात कही

ट्रेन के किराये को लेकर विवाद क्यों ? 
जानब आप जानना चायेंगे की जब केंद्र सरकार और राज्य सरकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन ( Shramik Special Train ) के खर्चे ( Expenses )  का भुगतान कर रहीं तो विवाद क्यों ? तो इसके लिए आपको बता दें की रेल मंत्रालय के द्वारा श्रमिक ( Migrant laborers ) को उनके प्रदेशों तक पहुँचाने के लिए 34 स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है | यात्रा के लिए मजदूरों से स्लीपर क्लास Sleeper Class के आलावा 30 रुपये सुपर फ़ास्ट किराया और 20 रुपये अतिरिक्त लिए जा रहे हैं | सूत्रों के मुताबिक श्रमिक स्पेशल ( Sramik special train )ट्रेन से घर जा रहे लोगों से 50 रुपये ज्यादा वसूले जा रहे हैं |   
                        यहाँ हम आपको कुछ ट्रेनों के नाम बताएँगे जहाँ जहाँ स्पेशल ट्रेन से यात्रा करने वाले लोगों से अतिरिक्त खर्च वसूला है | शनिबार को भिवंडी से गोरखपुर चली श्रमिक स्पेशल के लिए 800 रूपये लिए गए जबकि वास्तविक किराया 745 रूपये है | वहीँ पुरी से सूरत 710, अहमदाबाद से आगरा 250 और नाशिक से भोपाल 250 रूपये के के आलावा श्रमिकों ने 50 रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया 
railway letter copu
Indian Railway Letter copy
                        कुछ मिडिया समूह की रिपोर्ट के अनुशार ट्रेन यात्रा से जुड़ा एक लैटर सामने आया है | रेलवे द्वारा जारी लैटर में श्रमिकों से किराये वसूलने की बात की हैं | साथ ही रेलवे ने लैटर में लिखा हैं | यह ट्रेन आम लोगों के नहीं चलाई जा रहीं हैं | राज्य सरकारें ट्रेन श्रमिक स्पेशल ट्रेन से यात्रा कर रहे यात्रियों से किराया वसूल कर रेलवे को दें | 

Apr 27, 2020

Coronavirus Lockdown का बड़ा पॉजिटिव इफ़ेक्ट, भर गया Ozone परत के सबसे बड़ा छेद

Lockdown से भले है मानव जीवन को कठिनाइयों का सामना करना पड़  रहो | परन्तु प्रकृति के लिए यह वरदान  साबित हो रहा है | एक तरह से देखा जाए तो मानव जीवन में आये दिन प्रदूषण की समस्या का धीरे धीरे खात्मा हो रहा है | आपके आसपास की वायु कुछ हदतक प्रदूषण रहित हो चुकी  है | कम हुए प्रदूषण की बजह से Ozone परत ( Ozone Layer )  पर इतिहास का सबसे बड़ा छेद भर गया है | 
Ozone Layer

ओजोन परत  ( Ozone Layer ) पर कितना बड़ा छेद है ? 

प्रथ्वी को बाहरी हानिकारक किरणों से बचने वाली  Ozone Layer पर विज्ञानिकों ने दस लाख वर्ग किलोमीटर का छेद अप्रेल के शुरुआत में देखा था | विज्ञानिकों ने इसे इतिहास का सबसे बड़ा Ozone परत पर छेद बताया  था | गनीमत की बात यह थी की यह प्रथ्वी के दक्षीणी ध्रुव यानी अंटार्कटिक के ऊपर था | 

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क्या है ओजोन परत?

Ozone परत  ( Ozone Layer ) प्रथ्वी के वायुमंडल की एक परत है | ओजोन परत  ( Ozone Layer ) के कारण ही प्रथ्वी पर जीवन संभव है | उल्लेखनीय हो की ओजोन पर सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों से प्रथ्वी की रक्षा करती है | सूर्य से आने वाली 93.99% पराबैंगनी किरणों का अवशोषण Ozone परत  ( Ozone Layer ) के द्वारा किया जाता है | ऐसी किरणें त्वचा कैंसर का प्रमुख कारण बनती हैं | यह प्रथ्वी की सतह के ऊपर वायुमंडल में 10-50 किमी में है |

Video देखने के लिए विडियो पर क्लिक करें 


Apr 20, 2020

क्या रूप बदल रहा है कोरोना राक्षस, अभी तक वैक्सीन भी नहीं तैयार

coronavirus image
Coronavirus

दुनिया क अपनी चपेट लेना वाला कोरोना वायरस अब तक 1,65,229 लोगों की जान ले चूका है |वहीँ 24,06,745 positive सक्रमण के केस मिले हैं | आपको बता दें इस कोरोना राक्षस ने सबसे ज्यादा जान अमेरिका में ली है | अमेरिका में अब तक 41,114मौत हो चुकी है | यहाँ New York और new york City सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं | इस दौनों सिटी में लगभग 24 हजार मौत का आंकड़ा पहुँच चूका है | कोरोना वायरस के चलते यहाँ लोगों की जिन्दगी विल्कुल थम सी गई है | 
आइये अब बात करतें हैं भारत की, कोरोना राक्षस ने अब तक 17,265 लोगों को संक्रमण में ले चुका है, और 543  लोगों की जान भी चली गई | वहीँ राहत की बात भी है अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से 2547 को रिकवर किया जा चूका है | 

देश के मिडिया चैनल के द्वारा दावा किया जा रहा ही की कोरोना अपना रूप बदल रहा है | वहीँ समाचार पत्र अमर उजाला ने यह लिखा है की अगर कोरोना रूप बदलता है तो वैक्सीन तैयार करने में परेशानी होगी | दुनिया की निगाहें इस समय कोरोना वायरस को तोड़ने के लिए तैयार हो रहे वैक्सीन पर टिकी हैं | लेकिन अभी तक कोई भी देश कोरोना वायरस को तोड़ने की वैक्सीन तैयार नहीं कर पाया है | 
corona virus
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आइये जानते हैं | क्या कोरोना वायरस वास्तव में रूप बदल रहा है ? 

 एक दैनिक न्यूज़ पोर्टल की खबर और दैनिक समाचार पत्र में छापी गई खबर के अनुशार मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने बताया है, कि दिल्ली में कुछ ऐसे केस सामने आये हैं | जिनमे पहले लक्षण नहीं देखे गए थे |

इससे पहले भारतीय अनुसंधान के महामारी वैज्ञानिक विभाग केअध्यक्ष प्रधान वैज्ञानिक डॉ भोजराज सिंह ने भी एक प्रमुख अख़बार के माध्यम से कहा था | कि कोरोना वायरस में अपने आपको बदलने की अद्भुत क्षमता है | उन्होंने बताया था की इसका जीनोम छः जीन से बना है |

दैनिक भास्कर ने 18 अप्रेल को अपने न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से कोरोना के लक्षण में बदलाब की खबर को अपलोड किया था | जिसमे बताया की की इटली फ़्रांस और स्पेन के वैज्ञनिकों ने दावा किया है| कि पैरो के नील घाव का कनेक्शन  कोरोना वायरस के संक्रमण से हैं | इन सबके आलावा तमिलनाडु के विज्ञानिकों ने भी कोरोना वायरस के बदलने का भी दावा किया था | 

Covid 19 का बदलता रूप : क्या हो पायेगी कोरोना वैक्सीन की खोज 

विश्व को अपनी चपेट में लेने वाले कोरोना वायरस से, अब दुनिया को कोई देश नहीं बचा है | विश्व को कोरोना संक्रमण पूरी तरह से अपनी चपेट में ले चूका है|  इस समय कोरोना को मात देने के लिए तैयार हो रही कोरोना की वैक्सीन पर दुनिया की निगाह टिकी हैं | वैज्ञानिको के द्वारा कोरोना वायरस पर लगातार रिसर्च किये जा रहें हैं | जिससे वैक्सीन बनाने में मदद मिल सके | लेकिन इस तरह कोरोना के रूप बदलने वाली ख़बरें चिंता में डाल देती हैं | मान लीजिये अगर कोरोना अपना रूप बदलता है तो सायद वैक्सीन मिलने में देरी हो सकती है |  लेकिन तब तक हमें कुछ ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है | 

Apr 19, 2020

कम मेडिकल सुविधा होने के बाद भी, कोरोना वायरस को मात दे रहा यह देश |



bhutane coronavirus update
Bhutan Gate 

इस समय दुनिया कोरोना महामारी के आगे घुटने टेक चुकी | वहीँ प्रिंट मिडिया और इलेक्ट्रॉनिक मिडिया पर पुरे दिन कोरोना वायरस या covid 19 ही दिखया जा रहा है | सुबह से लेकर शाम तक  कोरोना पर डिबेट चलते रहते हैं | कोरोना वायरस ने इतने लोगों की जान गई कोरोना से इतने लोग संक्रमित हुए | मीडिया करे भी क्यों नहीं क्योकिं दुनिया का प्रमुख मुद्दा इस समय कोरोना वायरस ही है | लेकिन कुछ मद्दे ऐसे भी हैं जिनपर डिबेट होना जरुरी है | भारत में covid 19 के  धीरे धीरे केस बढ़ रहें है या हमारे देश में covid19 के टेस्ट कम हो रहे हैं |  देश में कोरोना महामारी को रोकने के लिए मुख्य हथियार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कोरोना की स्क्रीनिग भी है | फ़िलहाल देश में कोरोना की स्क्रीनिंग बढाने की जरुरत है | हालाँकि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रेल को जनता को संबोंधित करते हुए देश में मेडिकल सुबिधाओं के बारे में भी बताया था |

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हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बतायेंगें जहाँ कम मेडिकल सुविधा होने के बाद भी कोरोना संक्रमण पर जीत हासिल कर रहा है |

जी हाँ आज आपको इसे देश के बारे में बता रहे हैं जो विश्व की सबसे छोटी अर्थव्यवस्था में से एक है | जिसका आर्थिक ढांचा कृषि , वन क्षेत्र पनबिजली है|  यहाँ मेडिकल की सुबिधायें भी बहुत कम हैं लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इतनी कम मेडिकल सुबिधाये होने के बावजूद भी कोरोनावायरस को मात देने में सक्षम है |

आपको बताने से पहले एक रहीम का दोहा याद आ गया |
"समय लाभ सम लाभ नहिं, समय चूक सम चूक
चतुरन चित रहिमन लगी, समय चूक की हूक"

आपको बतादें की भूटान, कोरोना वायरस को जन्म देने वाले चीन की सीमा से सटा हुआ  है | चीन की राजधानी बीजिंग से भूटान की राजधानी थिम्फू 2829 किलोमीटर है| दूसरी तरफ भारत और भूटान की सीमा भी एक दुसरे मिलती हैं | एक सवाल आपके मन में उठा रहा होगा की चीन के इतने पास होते हुए भी भूटान कोरोना से कम प्रभावित क्यों हुआ | इसका एक ही उत्तर है की समय रहते भूटान ने अपने यहाँ तैयारी शुरू कर दीं 5 March को भूटान में पहला केस, 20 मार्च को कोरना संक्रमण का दूसरा केस सामने आया दूसरा  केस
23 march मार्च को भूटान ने दुनिया से नाता तोड़ लिया, भूटान ने हवाई परिवहन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंद लगा दिया | वहीँ 30 मार्च को क्वारंटाइन का समय बढ़ाकर 14 दिन की जगह 21 दिन कर दिया |

और समय से  चीन में फंसे नागरिकों को भूटान में ला सका | वहीँ दूसरी तरफ चीन में आने जाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया | दूसरी तरफ भूटान में कुल आवादी के हिसाब से देखा जाए तो कोरोना स्क्रीनिंग पर भी तेजी से काम किया | लेकिन कुह विशेज्ञ यह भी मानते हैं की कि कोरोना संक्रमण रोकने का मुख्य कारण यहाँ की जनसख्या घनत्व का भी कम होना है |

इस समय दुनिया में देखा जाये तो भूटान संक्रमण के केसों की संख्या न मात्र है | विडियो बनाये जाने के तक भूटान में 5 संक्रमण के केस मिले हैं | वहीँ 2 संक्रमण केस  किये जा चुके हैं | मौतों के आंकड़ों की बात करें तो भूटान में अभी तक कोरोना संक्रमण से कोई जनहानि नहीं हुई है |



Apr 18, 2020

क्या दुनिया से अलग हो जायेगा विश्व को दर्द देने वाला चीन



coronavirus affect , covide19 affect in world

विश्व को कोरोना महामारी का दर्द देने वाला चीन एशिया देशों से भले ही सम्बन्ध सुधाने की कोशिश कर रहा हो, परतुं चीन की चाल समझने में देश पीछे नहीं | चीन में कोरोना महामारी को एक लम्बे समय तक के लिए दबाया गया | हालंकि विश्व के सामने चीन ने सही आंकड़े तक नहीं बताये | वैस्वक स्तर पर फैली इस महामारी के आगे सारे देश पस्त हो चुके | इटली, अमेरिका , रूस , जापान, फ्रासं , ब्रेटन कोरोना महामारी से अपने नागरिकों की जान गवां चुके हैं | वहीँ covid 19 से भारत भी अछुता नहीं रहा हैं |  दुनिया का ऐसा कोई देश नहीं है जहाँ कोरोना वायरस ने तांडव न किया हो |    

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अमेरिका तो पहले ही चीन से खफा रहा है | चाहे वह ट्रेड बार हो या कोनोना युद्ध | अमेरिका चीन को  कोरोना वायरस का जिम्मेदार पहले से ही मान रहा है | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को पहले ही नुकशान की भरपाई की धमकी दे चुकें है | दूसरी तरफ अमेरिका ने चीन का साथ देने के आक्षेप में WHO की फंडिंग को भी रोक दिया है | वहीँ ब्रिटेन, फ़्रांस भी चीन से नाराज हैं | फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रों ने एक इंटरव्यू में चीन में कोरोना वायरस को लेकर जाँच हो इसके लिए कहा है | ब्रिटेन को मिली खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना का फैलना वुहान की वह लेवोरेट्री ही बताया है | ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने भी कहा है की चीन ने जिस तरह से कोरोना से निपटा उसकी समीक्षा की जाँच हो | उधर जापान भी चीन के साथ धीरे धीरे व्यापारिक सम्बन्ध कम करने की सोच रहा है | एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जापान चीन में लगी अपनी कम्पनियों को वहां से भारत में शिफ्ट करने के लिए कहा है | भारत ने भी चीन पर निर्भरता कम करने के संकेत दिये हैं |
चीन ने पूरी दुनिया को भ्रम में रखा  दुनिया को कोरोना का दर्द देने के साथ ही अपने यहाँ जरुरी मेडिकल उपकरण और अन्य मेडिकल सुविधाओं की मेनुफेक्टुरिंग में लगा लगा रहा | ताकि समय पढने पर अन्य देशों को निर्यात कर सके,और एक अच्छा मुनाफा कमा सके | दुनिया के सभी देशों के द्वारा चीन से धीरे-धीरे व्यापारिक सम्बन्ध कम करने का आभास चीन को हो चूका है | विश्व चीन को हिराकत भरी निगाहों से देख रहा है | एक दूसरी बजह यह भी चीन अपने यहाँ हुए संक्रमण के केसों को दुनिया से छिपता रहा है | अमेरिका का मानना है की चीन कोरोना वायरस के जरिये कोई नई चाल चलने वाला था | दुनिया को अपने से अलग होता देख चीन ने परमाणु परीक्षण शुरू कर दिया है | उधर अमेरिका भी सेटेलाईट से मिली तस्वीरों से चीन की इस चाल को भांप गया | अमेरिकी सेटेलाईट ने दो दिन पूर्व चीन में परमाणु परिक्षण को कैद किया था | अमेरिका भी इससे में पीछे रहने वाला नहीं है | उसने अपने यहाँ युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है | 


Mar 29, 2020

Google 3D Feature अगर घर में बैठ क्र आप बोर हो रहे हैं, तो जानिये गूगल 3D क्या है?

google 3d image feature
Google 3D 

इस समय देश में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है| घर में आप बैठे-बैठे आप बोर हो रहे होंगे | तो जानिए आप google 3D फीचर के बारे में, गूगल 3डी फीचर में आप अपने पसंदीदा जानबर की लाइव तस्वीरें देख सकते हैं| आइये जानते google 3D feature का इस्तेमाल कैसे करे हैं?
How to Use Google 3D?
google 3D का इस्तेमाल करने के लिए आपको सबसे पहले गूगल के होम पेज पर जाना होगा | सर्च बार में Google 3D टाइप करें | सर्च करने के बाद आपको एक नयी विंडो खुलेगी | विंडो में आपको 'Meet a life -sized giant panda up close' लिखा हुआ नजर आयेगा| अब आप जिस जानवर की लाइव तस्वीर देखना चाहते हैं, उसका नाम सेलेक्ट करेंगें उसका  फोटो आपके सामने दिखने लगेगा| 
google 3d Image
google 3D
मान लीजिये अगर आपको Tiger की 3D image देखना चाहते हैं | आपको Tiger का नाम सेलेक्ट करना होगा | इमेज के पास ही निचे के कौने में view in 3D का आप्शन दिखेगा | इस पर क्लिक करने के बाद आपका मोबाइल का कैमरा ओपन हो जायेगा | अब आप जिस जगह जानवर को सेट करना चाहते हैं | वहां कैमरा लेकर जाएँ | इमेज पर क्लिक करते ही लाइव इमेज कैप्चर हो जाएगी | 

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