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May 1, 2020

आखिर क्यों कोरोना वायरस की जाँच छिपना चाहता है चीन ? क्या सच सामने आयेगा?


Corona महामारी का दर्द देने वाला China वायरस की बजह को छुपाने की लगातार कोशिश कर रहा है | पहले तो चीन ने मरने वाले लोगों के आंकड़े दुनिया से छिपाए | जब कोई देश जाँच की बात करता है तो उसे गीदड़ भभकी दिखाने से भी नहीं चुक रहा | पिछले कुछ दिनों अंतरास्ट्रीय दबाब के चलते एक साथ मौत के आंकड़ो में 45 फीसदी की वृद्दि हो जाती है | जाँच की मांग करने वाले देशों को खुली धमकी China के द्वारा दी जाती है | दया ( CID )  चीन में कुछ तो गड़बड़ है | आखिर आपके मन में यह सवाल उत्पन्न हो रहा होगा कि चीन अपनी कारगुजारी को दुनिया से क्यों छुपा रहा है | क्या चीन की कोरोना वायरस को लेकर कोई चाल थी | यह रहस्य अभी नहीं खुल सका है | परन्तु लगातार दुनिया की महाशक्तियो के द्वारा इस रहस्य को खोलने की पूरी कोशिश की जा रही है | वहीँ दूसरी तरफ चीन के द्वारा इस रहस्य पर पर्दा डालने के लिए नए नए पैंतरे अजमाए जाते हैं | परन्तु वायरस लीक होने की जाँच में हस्तक्षेप नहीं किया जा रहा | 

               क्या आपको ये सब बातें आपको सोचने के लिए मजबूर नहीं कर रही ?  कि जो भी देश Coronavirus के फैलने की बजह को लेकर जाँच की आबाज उठता है | उसे चुप करने के लिए ड्रेगन के द्वारा तरह तरह की इमोशन धमकियाँ दी जाती हैं | आस्ट्रेलिया हो या ब्रिटेन या अमेरिका फिर भारत जाँच के नाम लेने पर केवल धमकी | क्या यह चीन की कोई नई चाल तो नहीं थी | आखिर चीन के मन में क्या चल रहा था | क्या चीन ने कोरोना का दर्द देकर दुनिया को चुना लगाने की कोशिश की | जिससे उसका मेडिकल उपकरण और N95 मास्क दूसरे देशों में एक्सपोर्ट कर एक बड़ा मुनाफा कमाया | एक मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन प्रतिदिन अपनी खपत का 16 गुना ज्यादा Mask बना रहा है | चीन की यह चाल यहीं तक नहीं रुकी वल्कि कई देशों में घटिया मेडिकल सामिग्री को भी भेजा | भारत में भेजी गई कोरोना टेस्ट  ख़राब निकली न कि ब्रिटेन में भी कोरोना किट पूर्ण रूप से कोरोना की जाँच करने में फ़ैल दिखी | चीन ने अपनी इसी चाल में अरबों रुपये का मुनाफा कमाया | 

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               पिछले दिनों जब ब्रिटेन ने ख़ुफ़िया रिपोर्ट के हवाले से Coronavirus को China की वुहान लैब से लीक करने की बात की , चीन के द्वारा ब्रिटेन को धमकी दे दी गई | अभी दो दिन पहले जब आस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस की जाँच को लेकर सवाल उठाये तो बड़ी चालाकी से चीन ने अपनी चाल में फ़साने की कोशिश की | अब केवल बचा अमेरिका जो अमेरिका चीन पर दबाब बनाये हुए है | चीन की चाल में जापान और रूस जैसे देश भी फंस चुके हैं | अब क्या कोरोना की वायरस लीक होने की बजह का पता चल पायेगा या चीन अपनी चाल में कामयाव हो जायेगा | 

Apr 26, 2020

राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने दी सलाह, दुनिया भर के डॉक्टर हैरान | अमेरिका में उठाया लोगों ने यह कदम

दुनिया में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए तमाम सरकारों के द्वारा काम किया जा रहा हैं | अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान से सबको चौंका दिया | आपको बतादें की अक्सर डोनाल्ड ट्रंप अपनी बयानबाजी को लेकर चर्चा में रहते हैं | लेकिन इस बयांन को लेकर तो दुनिया के डॉक्टर भी चकित रह गए | उनके इस बयान का लोगों की जिन्दगी पर क्या असर पड़ेगा यह नहीं सोचा था | न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक कई अमेरिका वसियों ने ट्रंप की सलाह मानकर कदम उठाकर उनके द्वारा बताया गया | नुस्खा भी आंजमालिया | आपको बतादें की बाद में डोनाल्ड ट्रंप ने इसे एक मजाक करार देकर छुटकारा पाने की कोशिश की | 
फाइल फोटो 

दरसल अमरीकी राष्ट्रपति ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए एक बयान जारी किया था | जिसमे उहोने कहा था की Lizol , Dettol जैसे रोगाणुओं को मारने वाले पदार्थ के निगलने से कोरोना वायरस मर जाता है | डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान को मानकर  लोगों ने Dettol, Lizol और सफाई में इस्तेमाल होने वाले पदार्थों का  करीबन ३० लोगों ने सेवन कर लिया | राष्ट्रपति का यह बयान लोगों की जिंदगी पर आ बना | कोरोना संकट के दौरान इस तरह के अजीबो गरीब सलाह को देख कर डॉक्टर भी चकित रह गए |
          वहीँ दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सफाई में इसे मजाक करार दे दिया | पत्रकारों के सवाल से घबराए डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस कांफ्रेंस को बंद करने का ऐलान कर दिया है | ट्रंप ने कहा है की अब नियमित प्रेस वार्ता की जरूरत नहीं है | 
         ट्रंप ने अपने इस अजीबो गरीब कोरोना को लेकर दिए गए बयान से उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा | 

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कोरोना वायरस प्रकोप के दौरान सरकार ने AC को लेकर एडवाइजरी जारी | क्या करें, क्या न करें ?




दुनिया में चलरहे कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते देश और दुनिया के कई देशों में Lockdown के हालत हैं | ऐसे में लोग अपने घर पर Stay Home and Safe life को देखते हुए Lockdown का पूर्ण रूप से पालन कर रहे हैं | देश में Lockdown 3 मई तक के लिए सरकार की तरफ से रखा गया है | इस समय गर्मी का पारा भी धीरे धीरे बढ़ रहा है | आपके मन में यह विचार आ रहा होगा की AC का टेम्प्रेचर कितना होना चाहिए | जिससे कोरोना वायरस का इफेक्ट न हो | और हो भी क्यों नहीं सोशल मीडिया पर लगातार नई नई एडवाइजरी आपको देखने को मिलती होंगी | 

                       दरसल आपको बता दें की इस कोरोना संकट के दौरान AC को लेकर एडवाइजरी जारी कर कहा है कि इस कोरोना राक्षस के प्रकोप से दूर रहने के लिए घर पर रहे| आप AC का इस्तेमाल कर सकते हैं परन्तु आपको 24 से 30 डिग्री सेंटीग्रेट के आदर्श तापमान पर आप AC का इस्तेमाल कर सकते हैं | आपको बता दें की केंद्र सरकार ने एडवाइजरी में सापेक्ष आद्रता40 से 70 प्रतिशत तक रहनी चाहिए | वहीँ अपनी एडवाइजरी में यह भी बताया है की पंखे का इस्तेमाल करते समय खिडकियों को आंशिक रूप से खुली रखे ताकि वायु का सर्कुलेशन बना रहे | 

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Apr 21, 2020

Coronavirus Affect : इतिहास में पहली बार कच्चे तेल ( Crude Oil price ) के भाव शून्य से भी नीचे |

Crude Oil Image

Coronavirus से इस समय दुनिया लड़ रही है | ऐसे में यातायात और उधोग कारखाने बंद है | विश्व में लॉक डाउन के हालत में है | कोरोना वायरस को हराने के लिए चल रहे lockdown के कारण ही तेल की खपत में कमी आई है | WTI ( अमेरिकी बेंचमार्क क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट ) के अनुसार आज कच्चे तेल के प्राइस में  ( Crude Oil Price ) में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है |  WTI का वायदा भाव सोमबार को जीरो से भी नीचे -$ 3.70 प्रति बेरल के सबसे निचले स्तर पर पहुच गया है | यह अमेरिका के इतिहास में पहली बार हुआ है | 

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पेट्रोलियम का अमेरिका में भंडारण कितना है ?

अमेरिका में चल रहे LOCKDOWN के कारण पेट्रोलियम की मांग में कमी आई है | अमेरिका के पास कच्चे तेल का STOCK आवश्यकता के अनुशार LOCKDOWN को देखते हुए  पूरा  हो चूका है | आगे के उत्पादन के लिए जरुरी है कि पेट्रोलियम भंडारण की खपत की जाए|  अमेरिका के पास तेल रखने की जगह नहीं है | मई डिलीवरी के लिए व्यापारियों के पास अंतिम दिन मंगलवार है | जिन व्यापारियों के पास कच्चा तेल है | वे पेशकश कर रहें की उनके पास से ग्राहक Crude Oil ख़रीदे और उसके साथ ही वो $3.70 की राशि भी देंगें |  

कनाडा में तेल उत्पादकों का स्टॉक फुल 

अमेरिका ही नहीं कनाडा में भी तेल उत्पादकों के लिए सबसे बड़ी चिनौती उबार कर सामने खडी हो गई | एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक Oil Product का भाव भी फिसल कर निचले स्टार पर पहुँच गया | कनेडियन आयल और एनर्जी सेक्टर ने कनाडा सरकार से राहत के लिए मांग की है |
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे तेल उत्पादों की संख्या तेजी से वृद्दि हो रही है और आगे खपत कम |  तेल उत्पादों की वृद्दि को देखते हुए उन्हें रखने के लिए स्टोरेज की कमी हो रही है | 

Apr 19, 2020

कम मेडिकल सुविधा होने के बाद भी, कोरोना वायरस को मात दे रहा यह देश |



bhutane coronavirus update
Bhutan Gate 

इस समय दुनिया कोरोना महामारी के आगे घुटने टेक चुकी | वहीँ प्रिंट मिडिया और इलेक्ट्रॉनिक मिडिया पर पुरे दिन कोरोना वायरस या covid 19 ही दिखया जा रहा है | सुबह से लेकर शाम तक  कोरोना पर डिबेट चलते रहते हैं | कोरोना वायरस ने इतने लोगों की जान गई कोरोना से इतने लोग संक्रमित हुए | मीडिया करे भी क्यों नहीं क्योकिं दुनिया का प्रमुख मुद्दा इस समय कोरोना वायरस ही है | लेकिन कुछ मद्दे ऐसे भी हैं जिनपर डिबेट होना जरुरी है | भारत में covid 19 के  धीरे धीरे केस बढ़ रहें है या हमारे देश में covid19 के टेस्ट कम हो रहे हैं |  देश में कोरोना महामारी को रोकने के लिए मुख्य हथियार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कोरोना की स्क्रीनिग भी है | फ़िलहाल देश में कोरोना की स्क्रीनिंग बढाने की जरुरत है | हालाँकि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रेल को जनता को संबोंधित करते हुए देश में मेडिकल सुबिधाओं के बारे में भी बताया था |

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हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बतायेंगें जहाँ कम मेडिकल सुविधा होने के बाद भी कोरोना संक्रमण पर जीत हासिल कर रहा है |

जी हाँ आज आपको इसे देश के बारे में बता रहे हैं जो विश्व की सबसे छोटी अर्थव्यवस्था में से एक है | जिसका आर्थिक ढांचा कृषि , वन क्षेत्र पनबिजली है|  यहाँ मेडिकल की सुबिधायें भी बहुत कम हैं लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इतनी कम मेडिकल सुबिधाये होने के बावजूद भी कोरोनावायरस को मात देने में सक्षम है |

आपको बताने से पहले एक रहीम का दोहा याद आ गया |
"समय लाभ सम लाभ नहिं, समय चूक सम चूक
चतुरन चित रहिमन लगी, समय चूक की हूक"

आपको बतादें की भूटान, कोरोना वायरस को जन्म देने वाले चीन की सीमा से सटा हुआ  है | चीन की राजधानी बीजिंग से भूटान की राजधानी थिम्फू 2829 किलोमीटर है| दूसरी तरफ भारत और भूटान की सीमा भी एक दुसरे मिलती हैं | एक सवाल आपके मन में उठा रहा होगा की चीन के इतने पास होते हुए भी भूटान कोरोना से कम प्रभावित क्यों हुआ | इसका एक ही उत्तर है की समय रहते भूटान ने अपने यहाँ तैयारी शुरू कर दीं 5 March को भूटान में पहला केस, 20 मार्च को कोरना संक्रमण का दूसरा केस सामने आया दूसरा  केस
23 march मार्च को भूटान ने दुनिया से नाता तोड़ लिया, भूटान ने हवाई परिवहन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंद लगा दिया | वहीँ 30 मार्च को क्वारंटाइन का समय बढ़ाकर 14 दिन की जगह 21 दिन कर दिया |

और समय से  चीन में फंसे नागरिकों को भूटान में ला सका | वहीँ दूसरी तरफ चीन में आने जाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया | दूसरी तरफ भूटान में कुल आवादी के हिसाब से देखा जाए तो कोरोना स्क्रीनिंग पर भी तेजी से काम किया | लेकिन कुह विशेज्ञ यह भी मानते हैं की कि कोरोना संक्रमण रोकने का मुख्य कारण यहाँ की जनसख्या घनत्व का भी कम होना है |

इस समय दुनिया में देखा जाये तो भूटान संक्रमण के केसों की संख्या न मात्र है | विडियो बनाये जाने के तक भूटान में 5 संक्रमण के केस मिले हैं | वहीँ 2 संक्रमण केस  किये जा चुके हैं | मौतों के आंकड़ों की बात करें तो भूटान में अभी तक कोरोना संक्रमण से कोई जनहानि नहीं हुई है |



Apr 18, 2020

क्या दुनिया से अलग हो जायेगा विश्व को दर्द देने वाला चीन



coronavirus affect , covide19 affect in world

विश्व को कोरोना महामारी का दर्द देने वाला चीन एशिया देशों से भले ही सम्बन्ध सुधाने की कोशिश कर रहा हो, परतुं चीन की चाल समझने में देश पीछे नहीं | चीन में कोरोना महामारी को एक लम्बे समय तक के लिए दबाया गया | हालंकि विश्व के सामने चीन ने सही आंकड़े तक नहीं बताये | वैस्वक स्तर पर फैली इस महामारी के आगे सारे देश पस्त हो चुके | इटली, अमेरिका , रूस , जापान, फ्रासं , ब्रेटन कोरोना महामारी से अपने नागरिकों की जान गवां चुके हैं | वहीँ covid 19 से भारत भी अछुता नहीं रहा हैं |  दुनिया का ऐसा कोई देश नहीं है जहाँ कोरोना वायरस ने तांडव न किया हो |    

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अमेरिका तो पहले ही चीन से खफा रहा है | चाहे वह ट्रेड बार हो या कोनोना युद्ध | अमेरिका चीन को  कोरोना वायरस का जिम्मेदार पहले से ही मान रहा है | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को पहले ही नुकशान की भरपाई की धमकी दे चुकें है | दूसरी तरफ अमेरिका ने चीन का साथ देने के आक्षेप में WHO की फंडिंग को भी रोक दिया है | वहीँ ब्रिटेन, फ़्रांस भी चीन से नाराज हैं | फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रों ने एक इंटरव्यू में चीन में कोरोना वायरस को लेकर जाँच हो इसके लिए कहा है | ब्रिटेन को मिली खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना का फैलना वुहान की वह लेवोरेट्री ही बताया है | ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने भी कहा है की चीन ने जिस तरह से कोरोना से निपटा उसकी समीक्षा की जाँच हो | उधर जापान भी चीन के साथ धीरे धीरे व्यापारिक सम्बन्ध कम करने की सोच रहा है | एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जापान चीन में लगी अपनी कम्पनियों को वहां से भारत में शिफ्ट करने के लिए कहा है | भारत ने भी चीन पर निर्भरता कम करने के संकेत दिये हैं |
चीन ने पूरी दुनिया को भ्रम में रखा  दुनिया को कोरोना का दर्द देने के साथ ही अपने यहाँ जरुरी मेडिकल उपकरण और अन्य मेडिकल सुविधाओं की मेनुफेक्टुरिंग में लगा लगा रहा | ताकि समय पढने पर अन्य देशों को निर्यात कर सके,और एक अच्छा मुनाफा कमा सके | दुनिया के सभी देशों के द्वारा चीन से धीरे-धीरे व्यापारिक सम्बन्ध कम करने का आभास चीन को हो चूका है | विश्व चीन को हिराकत भरी निगाहों से देख रहा है | एक दूसरी बजह यह भी चीन अपने यहाँ हुए संक्रमण के केसों को दुनिया से छिपता रहा है | अमेरिका का मानना है की चीन कोरोना वायरस के जरिये कोई नई चाल चलने वाला था | दुनिया को अपने से अलग होता देख चीन ने परमाणु परीक्षण शुरू कर दिया है | उधर अमेरिका भी सेटेलाईट से मिली तस्वीरों से चीन की इस चाल को भांप गया | अमेरिकी सेटेलाईट ने दो दिन पूर्व चीन में परमाणु परिक्षण को कैद किया था | अमेरिका भी इससे में पीछे रहने वाला नहीं है | उसने अपने यहाँ युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है | 


Mar 29, 2020

मजदूरों का पलायन, केंद्र सरकार सख्त, सख्ती से पालन करें लॉकडाउन नियम.....


देश में बड़ते लगातार कोरोना के संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी प्रदेश सरकार और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन को प्रभासी मजदूरों के आने जाने पर रोक लगाने को कहा है| केंद्र सरकार ने लोकल प्रशासन को सभी सीमायें सील करने के आदेश दिया हैं | एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य सचिव ने, पुलिस महानिदेशक के साथ विडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये देश में मजदूरों के पलायन पर रोक लगाने के आदेश दिए है | माल सामान को लाने ले जाने में छुट दी गई है| साथ ही राज्य सरकार को उन लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने को कहा जो छात्रों और मजदूरों को जगह खाली करने को कहता है|   

जिस तरह से देश में प्रवासी मजदूरों की आवाजाही हो रही है| उस तरह संक्रमण का खतरा बढता नजर आ रहा है | देश में लगातार कोरोना पीड़ितों के ग्राफ में इजाफा हो रहा है|  अगर अभी तक सख्त कदम नहीं उठाये गए | तो कोरोना के संक्रमण की स्थति और भयानक हो सकती है|  एक स्थान से दुसरे स्थान तक पलायन करने वालों मजदूरों से संक्रमण का खतरा और ज्यादा फ़ैलाने के चांस है | 
इस समय देश के ताजा हलोतों की बात करें तो अभी तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1000 से उपर हो चुकी है | अगर इसे में इन हालातों पर ध्यान नहीं दिया गया तो संक्रमित लोगों से अन्य लोगों में संक्रमण का खतरा रहेगा| 

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पलायन करने वाले लोगों को १४ दिन क्वारंटाइन में रखा जाना चाहिए 


coronavirus delhi image
देश अभी तक लाखों की संख्या में लोग पलायन कर चुके हैं | जिन्हें राज्य सरकारों के द्वारा बसों में भरकर या पैदल उनके गंतव्य तक पहुंचे हैं|  इस समय उन्हें १४ के लिए क्वारंटाइन में रखा जाना चाहिए | अगर इस समय उन्हें क्वारंटाइन में न रखकर खुला छोड़ दिया जाता है | संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को देखकर इसका अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं |

Mar 28, 2020

जानिये Quarantine क्या है ? आपने अभी सबसे ज्यादा सुना होगा ये शब्द

What is Quarantin
दुनिया में फैले कोरोना के संक्रमण के रोकने के लिए , रोग के लक्षण दिखने पर लोगों  को क्वारंटाइन की सलाह दी रही है | जी हाँ सलाह भी क्यों न दी जाये | यह रोग है ही ऐसा, क्योकिं कोरोना का संक्रमण भी एक दुसरे के सम्पर्क में आने से बढता  | इस कोरोना वायरस की चैन तोड़ने के लिए डाक्टरों के द्वारा क्वारंटाइन की सलाह दी जा रही है| जीहाँ अगर आपको दूसरों की जान बचानी है, तो आपको क्वारंटाइन  में  रहना ही होगा || इसे में इसे आपको सकारात्मक लेना चाहिए| क्वारंटाइन  के समय अगर आपको समय व्यतीत करना है| तो आपको किताबों को पढ़ना चाहिए| 
What is Quarantine

आये जानते है क्वारंटाइन  का हिंदी अर्थ -

क्वारंटाइन का अर्थ एकांतवास से है| इस समय आप अपने आप को एक अलग कमरे में बंद कर लेते है | इस दौरान आप, घर के किसी सदस्य और बाहरी व्यक्ति से नहीं मिल सकते | यह समय आपके लिए बहुत कठिन लगाने लगता है| एकांतवास के समय आप अपने आप को  बहुत दुर्लाव महसूस करने लगते हो | फ़िलहाल शर्दी जुकाम होने पर आप घर में रहें और दुसरे लोगों से सम्पर्क न करें| 
              एकांतवास का समयं आप नकारत्मक ना लेकर इसको सकारात्मक तरीके से लें | यह समय आपको आराम करने का है | अगर इस समय आप क्वारंटाइन  में हो तो आप आपके अधूरे काम को पूरा कर सकते हो | 

Mar 26, 2020

Youtube विडियो रिजल्ट पर कोरोनावायरस की 'मार'

obs video bitrate for youtube

दुनिया में फैले कोरना के कहर से कोई देश अछुता नहीं है | एक साथ नेटवर्क का प्रयोग करने की बजह से दुनिया के सभी नेटवर्क का लोड बढता जा रहा है|  दुनिया की सभी स्ट्रीमिंग सेवा Netflix, Prime video, Hotstar और Disney+ ने वीडियो क्वालिटी डिफाल्ट में बदलाब किया था | इस कड़ी में अब Youtube ने विडियो क्वालिटी को डिफाल्ट रूप से 480p पर सेट कर दिया है| 

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क्या है वजह ?

दुनिया में लागू Work from Home प्रोग्राम के चलते बेंडविड्थ के कम होने की आशंका के चलते गूगल ने यह फैसला लिया है | आपको बतादें की केवल google ने ही नहीं वल्कि दुनिया की सभी Technology कम्पनी यह निर्णय ले चुकी हैं | आपकी जानकारी के लिए बतादें की गूगल का Youtube पर स्वामित्व है|  एक मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक YouTube ने बैंडविड्थ की इस समस्या के समाधान से बचने के लिये अपने सारे प्लेटफार्म को SD पर सेट कर दिया है| 
Quality video

Youtube india ने एक रिपोर्ट में कहा है की वे अस्थाई रूप से HD और Ultra-HD स्ट्रीमिंग को डिफाल्ट रूप से SD पर सेट किया जा रहा है| इसके आलावा कंपनी ने एक कोरोनावायरस को लेकर अप-टू-डेटजानकारी के लिए के सदेंश को लगातार प्रेषित कर रहा है | एक दी जानकारी के अनुशार 14 अप्रेल तक यह जारी रहेगा | 

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